गुजरात में ड्रैगन फल को 'कमलम' के नाम से जाना जाता है
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सरकार ने ड्रैगन फ्रूट के नाम को 'कमलम' में बदलने के लिए पेटेंट के लिए आवेदन किया है. सीएम के अनुसार फल के लिए ड्रैगन शब्द अनुचित लग रहा था और इसलिए गुजरात सरकार ने फल का नाम कमलम रखने का फैसला किया है.
गांधीनगर 19 जनवरी: गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सरकार ने ड्रैगन फ्रूट के नाम को 'कमलम' में बदलने के लिए पेटेंट के लिए आवेदन किया है. सीएम के अनुसार फल के लिए ड्रैगन शब्द अनुचित लग रहा था और इसलिए गुजरात सरकार ने फल का नाम कमलम रखने का फैसला किया है. मुख्यमंत्री बागवानी विकास मिशन के शुभारंभ के दौरान मंगलवार को मीडिया के साथ बातचीत करते हुए रूपानी ने कहा, "हमने ड्रैगन फल के पेटेंट को कमलम कहे जाने के लिए आवेदन किया है. लेकिन हम इस फल को कमलम कहते हैं.
गुजरात के मुख्यमंत्री रुपानी ने कहा भले ही इसे ड्रैगन फ्रूट के रूप में जाना जाता है, लेकिन इसका नाम उचित नहीं लगता है. कमलम एक संस्कृत शब्द है और फल कमल के आकार होता है, इसलिए हमने इसे कमलम कहने का फैसला किया है. इसे लेकर कुछ भी राजनीतिक नहीं है, "रूपानी ने कहा. यह भी पढ़ें: Gujarat: हाईकोर्ट ने संपादक के खिलाफ देशद्रोह का मामला खारिज किया, CM विजय रूपाणी को लेकर कही थी ये बात
सीएम के अनुसार देश में कैक्टस की तरह दिखने वाला फल लंबे समय से हैं. रूपानी ने कहा, "कमलम शब्द से किसी को भी चिंतित नहीं होना चाहिए."यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि कमल बीजेपी का प्रतीक है और गांधीनगर में बीजेपी राज्य मुख्यालय का नाम भी 'श्री कमलम' है.