टीकाकरण अभियान में ढिलाई न बरतें, मंडलों में संवेदनशील इलाकों की पहचान करें: हिमंत बिस्व सरमा
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने उपायुक्तों से टीकाकरण अभियान में ढिलाई न बरतने और राज्य के ग्रामीण और अर्धशहरी इलाकों में कोविड-19 फैलने के मद्देनजर मंडल स्तर पर बीमारी के लिहाज से संवदेनशील इलाकों की पहचान करने के निर्देश दिए.
गुवाहाटी, 16 जून : असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने उपायुक्तों से टीकाकरण अभियान में ढिलाई न बरतने और राज्य के ग्रामीण और अर्धशहरी इलाकों में कोविड-19 फैलने के मद्देनजर मंडल स्तर पर बीमारी के लिहाज से संवदेनशील इलाकों की पहचान करने के निर्देश दिए. सरमा ने मंगलवार रात को उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों के साथ कोरोना वायरस की स्थिति की वर्चुअल समीक्षा करते हुए कहा कि राज्य में संक्रमण के नए मामले धीरे-धीरे कम हो रहे हैं. उन्होंने उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि महामारी को फैलने से रोकने के लिए लगाई पाबंदियों का सख्ती से पालन किया जाए.
उन्होंने कहा कि छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों से अब अधिक मामले आ रहे हैं. उन्होंने उपायुक्तों को मंडल स्तर पर संक्रमण के मामलों के आधार पर संवेदनशील इलाकों की पहचान करने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘इसके बाद उपायुक्त प्राथमिकता वाले इलाकों के आधार पर टीकाकरण अभियान चलाए, जिससे गांवों और चाय बागानों में संक्रमण फैलने से रुकेगा.’’ यह भी पढ़ें : Vaccination Fraud: मुंबई के हीरानंदानी हाउसिंग सोसाइटी में 390 लोगों को डुप्लिकेट वैक्सीन देने का आरोप, 2 लोग हिरासत में लिए गए
सरमा ने अधिकारियों को 100 फीसदी टीकाकरण का लक्ष्य हासिल करने के लिए जिला केंद्रित रणनीतियां तैयार करने को कहा. उन्होंने उपायुक्तों को निर्देश दिए कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को प्राथमिकता के आधार पर टीका लगाएं ताकि दूध पिलाने वाली माताएं और दिव्यांग बच्चे उनसे संक्रमित न हों. बैठक में मुख्य सचिव जिश्नु बारुआ और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे.