Diwali 2021: देश भर में जोर-शोर से दिवाली का त्यौहार मनाया जा रहा है. दिवाली (Diwali) के दिन जमकर पटाखे फोड़े जाते हैं और ढेर सारी आतिबाशी होना भी आम बात है लेकिन सबसे ज्यादा मुश्किल होती है उसके प्रदूषण (Delhi Pollution) से. वहीं दिवाली की अगली सुबह दिल्ली एनसीआर (Delhi-NCR) में स्थिति और भी ज्यादा खतरनाक हो जाती है. ऐसे में जरूरी है अपनी सेहत का ध्यान रखने की. Diwali 2021: दिवाली के खास मौके पर 10 क्विंटल फूलों से सजाया गया बद्रीनाथ मंदिर, देखें मनमोहक वीडियो
दिवाली के प्रदूषण से कैसे बचें. इस बारे में नई दिल्ली स्थित दिल्ली सरकार के इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बिलेरीज साइंसेज (आईएलबीएस) अस्पताल में पदस्थ लंग्स स्पेशलिस्ट डॉ. (ब्रिगेडियर) डी भट्टाचार्य कुछ जरूरी सुझाव दे रहे हैं कि आप घर में रहकर कैसे दिवाली के प्रदूषण से बच सकते हैं और किस स्थिति में अस्पताल का रुख करने की जरूरत है.
हेल्थ ओपीडी को दिए इंटरव्यू में डा. भट्टाचार्य ने बताया कि धुएं और प्रदूषण से सबसे ज्यादा बुजुर्गों और बच्चों को ज्यादा परेशानी होती है. इसके अलावा ये स्थिति उन लोगों के लिए भी गंभीर है जिन्हें अस्थमा लंग्स से जुड़ी कोई बिमारी है.
उन्होंने कहा कि, खिड़की, दरवाजे बंद कर के रखे. कोशिश करें की घर में कम से कम पटाखें फोड़े और ऐसे पटाखे जिनसे ज्यादा धुआं होता है उनका उपयोग न करें. इसके अलावा खिड़की सुबह खोले और सुबह ताजी हवा में टहलने निकले.
इसके अलावा उन्हें कहा कि सबसे ज्यादा जरूरी है मास्क पहनना. उन्होंने कहा कि प्रदूषण से बचने के लिए मास्क जरूर पहने और सोसाइटी, अपने आस-पास के लोगों और पशु-पक्षियों का ध्यान रखते हुए कम से कम पटाखों का उपयोग करें.