Disha Salian Case: दिशा सालियान मामले में आदित्य ठाकरे को क्लीन चिट, रोहित पवार बोले- इस पर राजनीति करने वाले मांगे माफी

मुंबई, 3 जुलाई : महाराष्ट्र के दिशा सालियान मौत मामले में शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे को क्लीन चिट मिलने पर एनसीपी (एसपी) विधायक रोहित पवार का बयान आया है. उन्होंने कहा कि हमने पहले ही कहा था कि उनके बीच कोई संबंध नहीं है. एनसीपी (एसपी) विधायक रोहित पवार ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "हम शुरू से कह रहे हैं कि आदित्य ठाकरे और दिशा सालियान के बीच कोई संबंध नहीं था. पारिवारिक मुद्दों के कारण दिशा सालियान ने अपनी जान ले ली. राजनीतिक लाभ के लिए एक ऐसी महिला का नाम इस्तेमाल करना बहुत गलत है जो अब इस दुनिया में नहीं है. भाजपा और एकनाथ शिंदे के पक्ष के कई नेताओं ने इस मुद्दे का राजनीतिकरण किया और हमने उस समय भी बताया कि उनके बीच कोई संबंध नहीं है. बिहार से महाराष्ट्र चुनाव तक उनका (आदित्य ठाकरे) का नाम इस मुद्दे के साथ जोड़ा गया."

उन्होंने आगे कहा, "मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस राज्य के गृह मंत्री भी हैं और उन्हीं के विभाग ने कोर्ट को बताया है कि आदित्य ठाकरे और दिशा सालियान के बीच कोई संबंध नहीं था. मैं यही कहूंगा कि जिन नेताओं ने इस मुद्दे पर राजनीति की है, उन्हें मीडिया के सामने आकर माफी मांगनी चाहिए. अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो सरकार को उन पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए." यह भी पढ़ें : Himachal Pradesh: भूस्खलन के बाद मनाली-लेह राजमार्ग बंद, वाहनों को ‘रोहतांग पास’ से किया गया डायवर्ट

विधायक रोहित पवार ने महाराष्ट्र विधानसभा में कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे के खिलाफ बैनर दिखाने पर कहा, "कोकाटे बहुत अहम मंत्रालय संभालते हैं, लेकिन उनके विभाग में कोई काम नहीं हो रहा है. महाराष्ट्र में कृषि आधारित अर्थव्यवस्था है, जहां किसानों की संख्या बहुत अधिक है. अगर कृषि मंत्री अक्षमता से काम करते हैं, तो इसका सीधा असर किसानों और आम लोगों पर पड़ता है. कोकाटे के बयानों को देखें तो उन्होंने किसानों के खिलाफ बयान दिया है. उनके बयानों के मद्देनजर मैंने पोस्टर दिखाया है."

रोहित पवार ने पुणे में कुरियर बॉय द्वारा युवती से रेप को लेकर महाराष्ट्र की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा, "महाराष्ट्र में लड़कियों के साथ छेड़छाड़ और रेप की घटनाएं लगातार सामने आती रहती हैं. पुणे में जो हुआ है, वो निंदनीय है. अपराधियों को ऐसा लगता है कि पुलिस उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकती, इसलिए वे ऐसी घटनाओं को अंजाम देते हैं.