कर्नाटक के धारवाड़ में इमारत गिरने के हादसे में मृतकों की संख्या 14 हो गई है. वहीं रेस्क्यू के दौरान बचाव कर्मियों ने अब तक 60 लोगों को मलबे से बाहर निकाला है और राहत कार्य जारी है. मृतकों के आंकड़े को धारवाड़ की कमिश्नर ने पुष्टि की. लगभग 50 लोग कई टन सीमेंट और मोर्टार के भार तले दबे हुए थे. इससे पहले बचावकर्मियों ने गुरुवार को तीन और शवों को निकाला था. इस बीच पता चला है कि कांग्रेस की राज्य इकाई के नेता विनय कुलकर्णी का रिश्तेदार धराशायी हुई निर्माणाधीन इमारत के मालिकों में से एक है.
वहीं हादसे के बाद बिल्डिंग के मालिक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. इनमे रवि भास्वराज समेत इंजीयर और कई लोगों का नाम शामिल है.
यह भी पढ़ें:- जम्मू-कश्मीर: शोपियां में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी, 24 घंटे में 4 एनकाउंटर
Dharwad building collapse: FIR registered against building owners, Ravi Basavaraj Sabarad, Basavaraj D Nigadi, Gangappa S Shintri, Mahabaleshwar Puradagudi & engineer Vivek Pawar. All 4 owners have surrendered before the police & the engineer has been taken into police custody pic.twitter.com/6qEY2KOUG0
— ANI (@ANI) March 22, 2019
इसके पहले मुख्यमंत्री कुमार स्वामी (HD Kumaraswamy) ने कहा था कि धारवाड़ की घटना से स्तब्ध हूं. बताना चाहते है कि बचाव कार्य में स्थानीय पुलिस के अलावा 10 एंबुलेंस और पांच फायर ब्रिगेड की गाड़ियों के साथ ही चुनावी ड्यूटी पर पहुंचे बीएसएफ (BSF) के जवान लगे हुए हैं. इसके साथ ही एसडीआरएफ की एक टीम और एनडीआरएफ की दो टीम भी राहत और बचाव कार्य में लगी है.
#DharwadBuildingCollapse: Death toll rises to 14, rescue operations continue. #Karnataka pic.twitter.com/0OlCePWMXC
— ANI (@ANI) March 22, 2019
बता दें कि मलबे में फंसे हुए ज्यादातर लोग उत्तर भारत के प्रवासी मजदूर हैं. धारवाड़ में मंगलवार को एक चार मंजिला निर्माणाधीन इमारत भरभराकर गिर गई थी. बचावकर्मियों को कम से कम 12 से 15 अन्य लोगों के मलबे के नीचे दबे होने की आशंका है क्योंकि उन्होंने मलबे के भीतर से आवाज आती सुनीं. वहीं अभी 12 लोग लापता है। यह हादसा 19 मार्च को हुआ था.