भक्त दिसंबर 2023 से राम मंदिर के 'दर्शन' कर सकेंगे

अयोध्या में भव्य राम मंदिर के गर्भगृह को अगले लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले दिसंबर 2023 में भक्तों के लिए 'दर्शन' के लिए खोल दिया जाएगा. ट्रस्ट के अधिकारियों ने मंदिरों की नींव के निर्माण का पहला चरण पूरा करने की घोषणा की है.

राम मंदिर I प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits PTI)

अयोध्या, 17 सितम्बर: अयोध्या (Ayodhya) में भव्य राम मंदिर (Ram Mandir) के गर्भगृह को अगले लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले दिसंबर 2023 में भक्तों के लिए 'दर्शन' के लिए खोल दिया जाएगा. ट्रस्ट के अधिकारियों ने मंदिरों की नींव के निर्माण का पहला चरण पूरा करने की घोषणा की है. यह भी पढ़े: Chardham Yatra 2021: 18 सितंबर से शुरू होगी चारधाम यात्रा, केदारनाथ में हर दिन 800 और बदरीनाथ में 1200 श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति

कॉम्पैक्ट कंक्रीट की 48वीं परत के रोलआउट के साथ, मंदिर की नींव को समुद्र तल से 107 मीटर ऊपर उठाते हुए, मंदिर ट्रस्ट द्वारा गुरुवार को पहली बार राम जन्मभूमि परिसर का प्रदर्शन किया गया. भारत के सर्वश्रेष्ठ तकनीकी लोगों ने अंतिम नींव का खाका तैयार किया है, जिसे पिछले साल 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 'भूमि पूजन' करने के बाद लागू होने में एक साल से अधिक समय लगा था. 2.77 एकड़ में फैली नींव 50 फुट गहरी, 400 फुट लंबी और 300 फुट चौड़ी है.

इसे 12 इंच की मोटाई की सभी परत के साथ पत्थर की राख, पत्थर के पाउडर और सीमेंट के रोलर कॉम्पैक्ट कंक्रीट के साथ उठाया गया. मंदिर ट्रस्ट के सदस्य डॉ अनिल मिश्रा ने कहा कि पहले चरण के पूरा होने के बाद, 1.5 मीटर ऊंचे बेड़ा को खड़ा करने का काम शुरू हो जाएगा, जिसे सीमेंट में डाला जाएगा, इसके बाद मिजार्पुर से प्राप्त गुलाबी बलुआ पत्थर से प्लिंथ को तराशा जाएगा. मंदिर न्यास के सचिव चंपत राय ने बताया कि मिर्जापुर से चार लाख क्यूबिक फीट गुलाबी पत्थरों से चबूतरा बनाया जाएगा और राजस्थान के बंसी पहाड़पुर से एक लाख क्यूबिक फीट नक्काशीदार संगमरमर पत्थर को तराशने के लिए तैयार है.

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