‘बिहार में विकास और सुशासन की विजय’ एनडीए की ऐतिहासिक जीत पर बोले नेता
बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की ऐतिहासिक जीत को एनडीए नेताओं ने विकास और सुशासन की जीत बताया है. आईएएनएस से बातचीत के दौरान केंद्रीय राज्य मंत्री संजय सेठ ने कहा कि बिहार की जीत देखिए, यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा और विकास के एजेंडे के साथ-साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मेहनत और सुशासन का नतीजा है.
नई दिल्ली, 15 नवंबर : बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की ऐतिहासिक जीत को एनडीए नेताओं ने विकास और सुशासन की जीत बताया है. आईएएनएस से बातचीत के दौरान केंद्रीय राज्य मंत्री संजय सेठ ने कहा कि बिहार की जीत देखिए, यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा और विकास के एजेंडे के साथ-साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मेहनत और सुशासन का नतीजा है. यह बड़ी जीत दर्शाती है कि जनता विकास और सुशासन चाहती है.
उन्होंने कहा कि बिहार में एनडीए गठबंधन की प्रचंड जीत सिर्फ चुनावी जीत नहीं है. यह हर उस देशवासी की जीत है जो पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार का पुराना गौरव फिर से लौटाना चाहते हैं. इस प्रचंड जन आशीर्वाद के लिए बिहार का कोटि-कोटि अभिनंदन. बिहार विधानसभा चुनावों में एनडीए की जीत पर हरियाणा भाजपा अध्यक्ष मोहन लाल बडोली ने कहा कि जब बिहार में चुनाव शुरू हुए तो एक खास नैरेटिव बनाने की कोशिश की और तरह-तरह के मुद्दे लेकर जनता के बीच गए. लेकिन बिहार की जनता, जागरूक मतदाताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों पर भरोसा जताया है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हर बात पर भरोसा किया है. यही वजह है कि बिहार की जनता ने एनडीए को अपार प्यार और स्नेह दिया. एनडीए ने ऐतिहासिक जीत हासिल की. मैं बिहार की जनता का आभार जताता हूं. यह भी पढ़ें : Chirag Paswan met CM Nitish Kumar: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिले चिराग पासवान, जीत की बधाई दी
यूपी सरकार में मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार के मतदाताओं को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया और पार्टी व एनडीए को मजबूत जनादेश देने के लिए उनकी प्रशंसा की. उन्होंने एक नए सूत्र पर प्रकाश डाला- महिलाएं और युवा. महिलाएं देश की अर्थव्यवस्था और समाज की रीढ़ हैं और प्रगति में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है. बता दें कि 14 नवंबर को जारी हुए बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम में भाजपा ने 89 सीट जीतकर इतिहास रचा, वे सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. दूसरे नंबर पर जदयू और तीसरे नंबर पर लोजपा (रामविलास) रही.