उच्च जाति के लोगों की धमकियों के बावजूद दलित दूल्हा का सपना हुआ साकार, घोड़े पर हुआ सवार
सूरज के लिए, यह एक सपने के सच होने जैसा था, जब उसने स्थानीय उच्च जाति के लोगों की धमकियों के बावजूद उसने अपनी बारात में घोड़े की सवारी की. पर्याप्त पुलिस सुरक्षा के साथ, सूरज ने शुक्रवार को पारंपरिक 'घुड़चड़ी' समारोह में भाग लिया और यह कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया.
मेरठ, 18 जुलाई : सूरज के लिए, यह एक सपने के सच होने जैसा था, जब उसने स्थानीय उच्च जाति के लोगों की धमकियों के बावजूद उसने अपनी बारात में घोड़े की सवारी की. पर्याप्त पुलिस सुरक्षा के साथ, सूरज ने शुक्रवार को पारंपरिक 'घुड़चड़ी' समारोह में भाग लिया और यह कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया. बारात शांति से बगल के गांव में दुल्हन के निवास तक पहुंच गई. इससे पहले सप्ताह में, सूरज के पिता, मंगेराम ने सरधना पुलिस से संपर्क किया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि एक उच्च जाति के परिवार ने 'घोड़े की सवारी करने की हिम्मत करने पर सूरज को मारने की धमकी दी थी."
शिकायत के बाद, थाना प्रभारी (सरधना) बृजेश कुमार के नेतृत्व में एक पुलिस टीम ने शुक्रवार को आरोपी ठाकुर परिवार का दौरा किया. एसएचओ, "परिवार ने हमें बताया कि उन्होंने दूल्हे के घोड़े पर सवार होने पर कोई आपत्ति नहीं की थी, लेकिन उन्हें अपने घर से गुजरते समय संगीत बंद करने के लिए कहा था क्योंकि वे हाल ही में परिवार के एक सदस्य के निधन के बाद शोक में थे." यह भी पढ़ें : MP से भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवारों की सूची जारी करुंगा: दिग्विजय सिंह
हालांकि एहतियात के तौर पर दूल्हे के घर पर पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया था. सूरज के भाई अंकित ने संवाददाताओं से कहा कि जब वे अपना घर बना रहे थे और निर्माण सामग्री रखने के लिए सड़क का इस्तेमाल कर रहे थे, उसी परिवार ने उन्हें पहले भी पीटा था.