
नई दिल्ली: दिल्ली में भाजपा सरकार के नेतृत्व में 'मोहल्ला बस सेवा' का नाम बदलकर 'नमो बस' या 'अंत्योदय बस' करने की संभावना है. सूत्रों के अनुसार, यह योजना 1 अप्रैल से शुरू होगी, जिसमें 200 नई इलेक्ट्रिक बसें शामिल की जाएंगी, जिससे अंतिम छोर तक कनेक्टिविटी में सुधार होगा और यातायात भी नियंत्रित किया जा सकेगा.
पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार ने पिछले वर्ष 'मोहल्ला बस सेवा' की शुरुआत की थी, जिसका उद्देश्य संकरी सड़कों वाले क्षेत्रों में बस सेवाएं उपलब्ध कराना और सार्वजनिक परिवहन के मौजूदा बेड़े पर अत्यधिक भीड़ को कम करना था.
दिल्ली के परिवहन मंत्री पंकज सिंह ने बताया कि अप्रैल के पहले सप्ताह में 12 मीटर और 9 मीटर की लंबाई वाली लगभग 2,000 नई बसें दिल्ली परिवहन निगम (DTC) के बेड़े में शामिल की जाएंगी. उन्होंने यह भी कहा कि नई बसों के लिए चार्जिंग स्टेशनों की स्थापना का 80 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है.
सिंह ने बताया कि उन्होंने 'मेक इन इंडिया' घटक को अधिकतम करने के लिए कई विक्रेताओं से चर्चा की है. इसके अलावा, पुरानी बसों को चरणबद्ध तरीके से हटाया जा रहा है. दिल्ली में 3,000 पुरानी डीटीसी बसों और 2,000 क्लस्टर बसों को इस वर्ष हटाने की योजना है.
"हर महीने बसों को चरणबद्ध तरीके से हटाया जाएगा और कई नई इलेक्ट्रिक बसें बेड़े में शामिल की जाएंगी," उन्होंने कहा.
महिलाओं के लिए बसों में मुफ्त यात्रा योजना जारी रहेगी. सिंह ने आश्वासन दिया कि वे घाटे में चल रहे दिल्ली परिवहन निगम को लाभ में लाने के लिए काम करेंगे.
इससे पहले, दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक का नाम बदलकर 'आयुष्मान आरोग्य मंदिर' करने का भी प्रस्ताव रखा गया था. भाजपा विधायकों ने सत्ता में आने के बाद कई स्थानों के नाम बदलने का भी सुझाव दिया है, जिनमें नजफगढ़, मोहम्मदपुर और मुस्तफाबाद शामिल हैं.