दिल्ली में छायी धुंध: धूल भरी हवा में सांस लेना हुआ मुश्किल, जानिए कब तक रहेगा ऐसा मौसम
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार इन दिनों भीषण गर्मी से जूझ रहे राजस्थान में तापमान की अधिकता के बीच पश्चिमी विक्षोभ के कारण तेज हवाओं के कारण धूल भरी आंधी का असर दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में धूलकणों के वायुमंडल में संघनित होने के रूप में दिखता है.
नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में धूल का गुबार छा गया.जिससे दिल्लीवालों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही सांस लेना मुश्किल हो गया है. बता दें कि धूल और धुंध का आलम यह है कि सूरज भी दिन में धुंधला दिखाई दे रहा है. दिल्ली से सटे नोएडा में तो हालात और भी खराब हैं. दूसरी तरफ केन्द्रीय पर्यावरण मंत्रालय के अनुसार अगले तीन दिन तक यह धुंध छाई रह सकती है. मंत्रालय के अनुसार दिल्ली के ऊपर छायी धूल भरी धुंध के लिये राजस्थान में आयी धूल भरी आंधी मुख्य वजह है. ज्ञात हो कि बुधवार को नोएडा में पीएम 10 का स्तर 1135 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर पहुंच गया है.
बताना चाहते है कि दिल्ली में पीएम 10 का स्तर 981, पीएम 2.5 का स्तर 200, नोएडा में पीएम 10 का स्तर 1135 तो पीएम 2.5 का स्तर 444 है. जबकि गाजियाबाद में पीएम 10 का स्तर 922 और पीएम 2.5 का स्तर 458 है.इसके साथ ही यहां हवा की गुणवत्ता गंभीर स्तर से नीचे चली गयी. मौसम विभाग का यह भी कहना है कि 16 जून के बाद दिल्ली वालों को गर्मी और धुल भरी आंधी से राहत मिल सकती है. क्योंकि दिल्ली में 16 जून से बारिश के आने का अनुमान है.
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार इन दिनों भीषण गर्मी से जूझ रहे राजस्थान में तापमान की अधिकता के बीच पश्चिमी विक्षोभ के कारण तेज हवाओं के कारण धूल भरी आंधी का असर दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में धूलकणों के वायुमंडल में संघनित होने के रूप में दिखता है. इस साल भी दस से 12 जून के बीच राजस्थान की धूल भरी आंधी का रुख दिल्ली की ओर रहा जिसकी वजह से यह स्थिति पैदा हुई है.
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के हवाले से मंत्रालय ने दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में अगले तीन दिन धूल का गुबार बरकरार रहने का अनुमान व्यक्त किया है. इसके मद्देनजर केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने राज्य इकाई के माध्यम से स्थानीय निकायों और निर्माण क्षेत्र से जुड़ी एजेंसियों से लगातार पानी का छिड़काव करने को कहा है जिससे धूल को उड़ने से रोका जा सके.