नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) में कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इस बीच एक न्यूज चैलन को दिए गए इंटरव्यू में दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि जब तक वैक्सीन नहीं तब तक स्कूल नहीं. मनीष सिसोदिया ने कहा, "स्कूलों के जल्द खुलने की कोई संभावना नहीं है. कोई भी अभिभावक अपने बच्चों को तब तक स्कूल नहीं भेजना चाहता, जब तक उन्हें यह आश्वासन नहीं दिया जाता है कि वे सुरक्षित रहेंगे." उप मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कोई भी माता-पिता इस समय अपने बच्चों के स्वास्थ्य को खतरे में नहीं डालेंगे.
उप मुख्यमंत्री सिसोदिया ने कहा, 'दिल्ली में अभी स्कूल खुलने लायक परिस्थितियां नहीं है. अभी स्कूल खोलने का मतलब है कि अपने बहुत सारे बच्चों को कोरोना की तरफ ले जाना, ये ना आप चाहेंगे और ना मैं चाहूंगा. इससे पहले दिल्ली सरकार ने कहा कि अगले नोटिस तक शहर के सभी स्कूल बंद रहेंगे. दिल्ली में नहीं थम रहा है कोरोना का कहर, कोविड -19 के 4454 नए केस पाए जाने के साथ 121 मरीजों की मौत.
उस समय उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि यह निर्णय माता-पिता की प्रतिक्रिया पर आधारित होगा. "हम माता-पिता से प्रतिक्रिया प्राप्त कर रहे हैं... वे इस बारे में चिंतित हैं कि क्या स्कूलों को फिर से खोला जाना सुरक्षित है ... या नहीं.
मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नेकहा कि राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 की तीसरी लहर की अधिक गंभीरता के कई कारण है तथा इनमें से एक महत्वपूर्ण कारण प्रदूषण है.
प्रधानमंत्री के साथ बैठक में केजरीवाल ने अनुरोध किया कि जब तक शहर में संक्रमण की तीसरी लहर का कहर जारी है तब तक दिल्ली स्थित केंद्र सरकार द्वारा संचालित अस्पतालों में कोरोना वायरस के मरीजों के लिए अतिरिक्त एक हजार आईसीयू बिस्तर आरक्षित किए जाएं.