दिल्ली में Monkeypox के तीसरे केस की पुष्टि, स्वास्थ्य मंत्री बोले डरने या घबराने की जरूरत नहीं
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नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में मंगलवार को मंकीपॉक्स (Monkeypox) का तीसरा मामला सामने आया है. जानकारी के मुताबिक दिल्ली में रहने वाला एक और नाइजीरियाई व्यक्ति मंकीपॉक्स के लिए पॉजिटिव पाया गया है. इससे पहले मंगलवार को ही केरल में मंकीपॉक्स का पांचवा मामला सामने आया. केरल में पिछले महीने संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से लौटा 30 वर्षीय एक व्यक्ति मंकीपॉक्स से संक्रमित पाया गया है, जिसके साथ ही राज्य में इस वायरस से संक्रमित लोगों की कुल संख्या पांच हो गई है. देश में मंकीपॉक्स के अब तक 8 मामले सामने आ चुके हैं. मंकीपॉक्स ने यूरोप और अमेरिका को सबसे ज्यादा प्रभावित किया : डब्ल्यूएचओ.

इससे पहले दिल्ली में मंगलवार को मंकीपॉक्स के दूसरे मरीज की पुष्टि हुई थी. मंगलवार को अफ्रीकी मूल के नागरिक में संक्रमण की पुष्टि हुई है, उसे दो दिन पहले संदिग्ध होने पर इलाज के लिए लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल (एलएनजेपी अस्पताल) में भर्ती कराया गया था, सोमवार दोपहर को आई रिपोर्ट में मंकीपॉक्स होने की पुष्टि हुई.

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya) ने मंगलवार को कहा कि मंकीपॉक्स को फैलने से रोकने के लिए हरसंभव निगरानी की जा रही है. उन्होंने कहा, कि इससे घबराने या डरने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि यह कोविड-19 बीमारी की तरह तेजी से नहीं फैलती है बल्कि बहुत नजदीकी संपर्क में आने पर ही यह संक्रमण फैलता है.

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मंकीपॉक्स के संक्रमण की जांच के लिए देश के 15 संस्थानों को चिह्नित किया गया है और आवश्यकता पड़ी तो इसमें अन्य संस्थानों को भी शामिल किया जा सकता है. मनसुख मांडविया ने बताया कि यह बहुत करीबी संपर्क में आने पर ही यह संक्रमण फैलता है, जैसे मां से बच्चे में और पति से पत्नी में या पत्नी से पति में.

इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज 

इस संक्रमण की चपेट में आने के एक या दो हफ्ते बाद बुखार, सिर में दर्द, कोशिकाओं के छोटे या गोलाकार समूह में सूजन और हड्डियों में दर्द के लक्षणों के साथ संक्रमण फैलता है. इसमें आम तौर पर बुखार आने के एक से तीन दिनों में त्वचा पर दाने निकल आते हैं, खासतौर से चेहरे, हाथों और पैर पर.

जानें कैसे फैलता है मंकीपॉक्स

एक मंकीपॉक्स से पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में आने पर मंकीपॉक्स फैल सकता है. ऐसे व्यक्तियों को आइसोलेशन में रहना चाहिए और किसी स्वस्थ व्यक्ति के शारीरिक संपर्क में आने से बचना चाहिए. मंकीपॉक्स के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए.