दिल्ली में कोरोना से बिगड़े हालात, 24 घंटे में मिले 2134 नए केस, 57 मरीजों की हुई मौत
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक दिल्ली में आज कोरोना के 2134 नए मामले सामने आए हैं और 57 मौतें हुई है. इसके साथ राष्ट्रीय राजधानी में अब कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 38 हजार 958 हो गई है. जिसमें 14 हजार 945 स्वास्थ्य हो चुके है.
नई दिल्ली: दिल्ली (Delhi) में कोविड-19 (COVID-19) महामारी का कहर बढ़ता जा रहा है. राष्ट्रीय राजधानी में बीते दिन के साथ हालात बिगड़ रहे है. शनिवार को दिल्ली में 2134 कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले सामने आए. जबकि इस अवधि में 57 पीड़ितों ने दम तोड़ दिया. दिल्ली में कोरोना के प्रकोप को देखते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन रविवार को शाम 5 बजे उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक करने वाले है.
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक दिल्ली में आज कोरोना के 2134 नए मामले सामने आए हैं और 57 मौतें हुई है. इसके साथ राष्ट्रीय राजधानी में अब कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 38 हजार 958 हो गई है. जिसमें 14 हजार 945 स्वास्थ्य हो चुके है. जबकि 22 हजार 742 सक्रिय मामले हैं. इसके साथ ही मरने वालों का आंकड़ा भी 1271 पहुंच गया है. दिल्ली सरकार ने सभी अस्पतालों को कोविड-19 के इलाज पर आने वाला खर्च साझा करने कहा
केंद्रीय गृहमंत्री के कार्यालय की ओर से जारी बयान में बताया गया कि गृहमंत्री अमित शाह और स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन के साथ समीक्षा बैठक में उपराज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अलावा निदेशक एम्स रणदीप गुलेरिया, तीन नगर निगमों के आयुक्त और केंद्रीय गृह और स्वास्थ्य मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहेंगे. Coronavirus in Delhi: 31 जुलाई तक दिल्ली में होंगे 5.5 लाख कोरोना रोगी
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ भारत की ओर से जारी कार्रवाई की समीक्षा के लिए वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों के साथ एक विस्तृत बैठक की। इस बैठक में राजधानी में कोविड-19 के मौजूदा और उभरते परिदृश्य पर चर्चा की गई और अगले दो महीने के अनुमानों पर विचार-विमर्श किया गया. प्रधानमंत्री ने कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण उत्पन्न चुनौती से निपटने की समन्वित और समग्र योजना तैयार करने के लिए गृहमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को उपराज्यपाल, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के मुख्यमंत्री के साथ भारत सरकार और दिल्ली सरकार के समस्त वरिष्ठ अधिकारियों, दिल्ली नगर निगम के अधिकारियों की मौजूदगी में आपात बैठक बुलाने का सुझाव दिया.