केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के समक्ष एक रिपोर्ट दायर की जिसमें कहा,'इस साल दीवाली पर साल 2019 की दीवाली की तुलना में लगभग सभी प्रदूषकों को उच्च मूल्यों में रिपोर्ट किया गया है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, इस साल दीवाली की तुलना में दिल्ली में प्रदूषण का स्तर अधिक था और त्यौहार के मौसम में स्टब बर्निंग (stubble burning) और प्रतिकूल मौसम के उच्च हिस्से के लिए इसे जिम्मेदार ठहराया जा सकता है. यह भी पढ़ें: दिल्ली-एनसीआर में 14 और 15 नवंबर को बंद रहेंगे स्कूल, प्रदूषण ‘आपातकालीन’ स्तर के करीब पहुंचता देख दिया गया आदेश
एक विशेष रिपोर्ट में सर्वोच्च प्रदूषण प्रहरी ने कहा कि लगभग सभी प्रदूषकों ने 2019 की तुलना में इस साल दीवाली के दिन उच्च मूल्यों की सूचना दी. इस साल दीवाली के दिन दिल्ली के PM2.5 सघनता में स्टब बर्निंग का योगदान पिछले साल के 19 प्रतिशत की तुलना में 32 प्रतिशत था. इसलिए यह अनुमान लगाया जा सकता है कि पिछले वर्ष की तुलना में 2020 में पीएम 2.5 की सांद्रता में वृद्धि हुई है, जिसमें स्टबल बर्निंग का योगदान बढ़ा था और सीओ और एनओ 2 के ऊंचे स्तर में भी परिलक्षित होता है," उन्होंने कहा.
देखें ट्वीट:
On #Diwali, almost all pollutants were reported in higher values, as compared to Diwali in 2019: Central Pollution Control Board (CPCB), in a report, filed before the National Green Tribunal (NGT)
— ANI (@ANI) November 16, 2020
बता दें कि 15 नवंबर रविवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स सुबह 9 बजे के आसपास 467 पर था, जो सोमवार को गिरकर 300 पर आ गया है. यह 'खराब श्रेणी' में आता है.