Delhi: 100 रुपए के Paytm लेनदेन से पुलिस को मिला बड़ा सुराग, 4 करोड़ की चोरी में शामिल आरोपियों को पकड़ने में मिली कामयाबी
पेटीएम लेनदेन से दिल्ली पुलिस को चार करोड़ की चोरी के आरोपियों तक पहुंचने का एक बड़ा सुराग मिला और उन्हें गिरफ्तार करने में कामयाबी भी मिली. दरअसल, 100 रुपए के डिजिटल लेनदेन और 200 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज के आधार पर चार करोड़ रुपए की ज्वैलरी की चोरी की वारदात के महज 24 घंटे में पुलिस ने जयपुर से अपराध में शामिल चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
पेटीएम लेनदेन (Paytm Transaction) से दिल्ली पुलिस (Delhi Police) को चार करोड़ की चोरी के आरोपियों तक पहुंचने का एक बड़ा सुराग मिला और उन्हें गिरफ्तार करने में कामयाबी भी मिली. दरअसल, 100 रुपए के डिजिटल लेनदेन (Digital Payment) और 200 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज के आधार पर चार करोड़ रुपए की ज्वैलरी की चोरी की वारदात के महज 24 घंटे में पुलिस ने जयपुर से अपराध में शामिल चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार तड़के मध्य दिल्ली के पहाड़गंज इलाके में चार लोगों ने कथित तौर पर पुलिसकर्मी बनकर दो कूरियर कंपनी के अधिकारियों को लूट लिया. चोरों ने उनकी आंखों में मिर्च पाउडर फेंक दिया और फिर वहां से चार करोड़ रुपए के आभूषण की खेप लेकर फरार हो गए.
मामले की तफ्तीश में जुटी पुलिस का कहना है कि शिकायतकर्ता एक निजी कूरियर कंपनी में काम करता है, जो आभूषण और महंगी कलाकृतियों को पहुंचाने में माहिर है. जब ये अपनी एक खेप लेकर वाहन की ओर निकले तो चार आरोपियों ने उन्हें रोक लिया और इस लूट की वारदात को अंजाम दिया. यह भी पढ़ें: Noida: पिता पर छह साल की बच्ची को माचिस से दागने का आरोप, मुकदमा दर्ज
जांच के दौरान पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की जांच की तो पाया कि उनमें से एक आरोपी चाय की दुकान पर खड़ा था और चाय पी रहा था. बताया जा रहा है कि इस दौरान नकदी न होने की वजह से उसने एक कैब ड्राइवर को पेटीएम से 100 रुपए ट्रांसफर करके उससे नकदी ली और चायवाले को चाय के पैसे दिए. इसका विवरण लेने के बाद पुलिस ने पेटीएम मुख्यालय से संपर्क किया, जहां से उन्हें एक आरोपी का फोन नंबर मिला, जो नजफगढ़ का रहने वाला है.
हालांकि पुलिस के पहुंचने से पहले ही आरोपी अपने साथियों के साथ घर से फरार हो गया था. पुलिस ने फिर तकनीकी निगरानी की मदद से अन्य आरोपियों के नंबर का पता लगाकर उन्हें ट्रैक किया, तब जाकर उन्हें पता चला कि वारदात में शामिल चारों आरोपी जयपुर में एक फ्लैट में छुपे हैं. इसके बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और आरोपियों को धर दबोचा.