कोहरे की चादर से ढकी दिल्ली-एनसीआर, फ्लाइट्स और ट्रेनों की लेट-लतीफी ने बढ़ाई यात्रियों की परेशानी
दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे के कारण लगातार तीसरे दिन फ्लाइट और ट्रेन संचालन प्रभावित हुआ, जिससे यात्रियों को असुविधा हुई. शनिवार को सफदरजंग में दृश्यता 9 घंटे तक शून्य रही, जो सीजन का सबसे लंबा काल था. इसके साथ ही वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया.
नई दिल्ली: दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में घना कोहरा छाया रहा, जिससे लगातार तीसरे दिन फ्लाइट और ट्रेन संचालन पर असर पड़ा. सुबह के समय दृश्यता बेहद कम हो गई, जिससे यात्री परेशान नजर आए.
फ्लाइट संचालन पर असर
इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (आईजीआईए) पर फ्लाइट संचालन प्रभावित हुआ. उन विमानों में देरी दर्ज की गई जो उन्नत CAT III नेविगेशन सिस्टम से लैस नहीं हैं.
दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) ने सुबह 7 बजे एक अपडेट जारी कर यात्रियों को आश्वस्त किया कि लैंडिंग और टेकऑफ जारी हैं. हालांकि, उन्होंने चेतावनी दी कि CAT III तकनीक के बिना ऑपरेट होने वाली फ्लाइट्स में देरी हो सकती है.
आईएमडी का अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने सुबह के समय घने कोहरे का अलर्ट जारी किया है. विभाग ने शहर में दृश्यता कम होने की संभावना जताई है.
दिल्ली में सीजन का सबसे लंबा "शून्य दृश्यता" काल
शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी में घने कोहरे ने 9 घंटे तक दृश्यता को शून्य तक पहुंचा दिया, जो इस सीजन का सबसे लंबा काल है. आईएमडी के अनुसार, सफदरजंग वेधशाला में लगातार 8 घंटे तक दृश्यता शून्य रही.
इस स्थिति के कारण 81 ट्रेनों में देरी हुई, जबकि 15 फ्लाइट्स का रूट डायवर्ट किया गया.
मौसम और प्रदूषण का हाल
शहर का अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 0.7 डिग्री अधिक है. न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 0.9 डिग्री अधिक है.
वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) भी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बना हुआ है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्ली का AQI 377 दर्ज किया गया.
AQI की श्रेणियां
- 0-50: अच्छा
- 51-100: संतोषजनक
- 101-200: मध्यम
- 201-300: खराब
- 301-400: बहुत खराब
- 401-500: गंभीर
यात्री घने कोहरे और प्रदूषण के इस दोहरे प्रकोप से जूझ रहे हैं. एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पर अतिरिक्त इंतजाम किए गए हैं ताकि यात्रियों को राहत मिल सके.