दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के अधिकारियों ने आज 17 मई को बताया कि हिमांशु भाऊ गैंग का सदस्य अजय उर्फ गोली मुठभेड़ में मारा गया. दिल्ली पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ हुई. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, यह मुठभेड़ शाहबाद डेयरी थाना क्षेत्र के रोहिणी सेक्टर 29 में स्पेशल सेल की काउंटर इंटेलिजेंस यूनिट ने की. अधिकारियों ने यह भी कहा कि अजय उर्फ गोली, तिलक नगर में एक कार शोरूम में गोलीबारी की घटना में शामिल था. उन्होंने आगे कहा कि उनके एक सहयोगी को क्राइम ब्रांच ने कोलकाता एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था.
मारा गया हिमांशु भाऊ का गुर्गा 'गोली'
एनकाउंटर में मारा गया बदमाश गोली भारत से फरार होकर पुर्तगाल में बैठे गैंगस्टर हिमांशु भाऊ का शूटर था. मारे गए बदमाश की पहचान अजय उर्फ गोली के तौर पर हुई है, वह हरियाणा के सोनीपत का रहने वाला था. वहीं पुलिस की स्पेशल सेल ने अलीपुर में हुई एक अलग मुठभेड़ में हिमांशु भाऊ के एक अन्य शूटर चूरन को धर दबोचा. अभिषेक उर्फ चूरन तिलक नगर फ्यूजन कार शोरूम में वांटेड था.
हिमांशु भाऊ का गुर्गा 'गोली' ढेर
#WATCH | Delhi: Ajay aka Goli, a member of the Himanshu Bhau gang was killed in an encounter between Delhi Police and criminals. The encounter was done by the Counter Intelligence Unit of Special Cell in Rohini Sector 29 of the Shahbad Dairy Police Station area. Ajay aka Goli was… pic.twitter.com/vP45uJMSXr
— ANI (@ANI) May 17, 2024
अभिषेक उर्फ चूरन के पास गिरफ्तारी के समय उसके पास से .32 बोर की एक पिस्तौल और 6 जिंदा कारतूस बरामद किए गए थे. उसके खिलाफ स्पेशल सेल, दिल्ली में कानून के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है. उसने पहले हिमांशु उर्फ भाऊ को उसके भागने से पहले आश्रय प्रदान किया था. वह पहले दिल्ली और हरियाणा में हत्या, हत्या के प्रयास, आपराधिक धमकी, शस्त्र अधिनियम के 4 आपराधिक मामलों में शामिल था.
कौन है गैंगस्टर हिमांशु भाई?
22 साल का गैंगस्टर हिमांशु भाऊ हरियाणा के रोहतक का रहने वाला है. इंटरपोट ने उसके खिलाफ साल 2023 में रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था. हिमांशु भाऊ पर ढाई लाख रुपए का इनाम घोषित है. उस पर कथित तौर पर जाली पासपोर्ट के जरिए साल 2022 में भारत से भागने का आरोप है. उसका नाम देश के टॉप 10 मोस्ट वांटेड गैंगस्टर्स की लिस्ट में शुमार है. हिमांशु भाई दर्जनों शूटर्स का सिंडिकेट चलाता है. उसकी आखिरी लोकेशन पुर्तगाल की मिली है, तो अंदेशा लगाया जा रहा है कि हिमांशु भाऊ पुर्तगाल में छिपा बैठा है.