नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में बाढ़ से हाहाकार मचा है. राजधानी में अब बाढ़ जानलेवा हो गई है. उत्तर पश्चिम जिले के मुकुंदपुर के पास जलभराव में तीन नाबालिग बच्चों की डूबकर मौत हो गई. शवों को अस्पताल भेज दिया गया है. दिल्ली पुलिस ने बताया कि जांच जारी है. दिल्ली में बाढ़ जैसी स्थिति ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है. यमुना का जलस्तर 45 साल का रिकॉर्ड तोड़ चुका है जिससे दिल्ली के कई इलाके जलमग्न हो चुके हैं. तीन दिन पहले 45 साल का रिकॉर्ड टूटने के बाद जल स्तर शुक्रवार को दोपहर तीन बजे कम होकर 208.25 मीटर पर आ गया. लाल किले तक पहुंचा बाढ़ का पानी, इतने दिनों के लिए हुआ बंद (Watch Video)
केंद्रीय जल आयोग (CWC) के आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार सुबह जल स्तर 208.57 मीटर पर था. सुबह पांच बजे इसमें मामूली कमी देखी गयी और यह 208.48 मीटर दर्ज किया गया. हादसे के शिकार तीनों लड़के उत्तर पूर्वी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके के रहने वाले थे और उनकी उम्र 10 से 12 साल के बीच थी. दिल्ली में बाढ़ से संबंधित घटनाओं में मौत का यह पहला मामला है.
डूबने से 3 बच्चों की मौत
Delhi | Three minor children drowned to death in the waterlogging near Mukundpur in North West district. The bodies have been sent to a hospital. Investigation is underway: Delhi Police
— ANI (@ANI) July 14, 2023
बाढ़ के कारण कई श्मशान घाट बंद
दिल्ली में बाढ़ के कारण निगमबोध घाट, गीता कॉलोनी, वजीराबाद और सरायकाले खां में श्मशान घाट बंद हैं. मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए निगमबोध घाट पर काफी भीड़ रहती है, लेकिन यहां उफनती यमुना का पानी घुस गया है. दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने बुधवार को एक परामर्श जारी करके लोगों से अपने प्रियजनों के अंतिम संस्कार के लिए निगमबोध घाट न जाने को कहा था.
यमुना का जलस्तर बढ़ने के कारण गीता कॉलोनी स्थित श्मशान घाट को भी बंद कर दिया गया है. दिल्ली नगर निगम ने लोगों को शवों को पंचकुइयां रोड, संत नगर, पंजाबी बाग, ग्रीन पार्क, दक्षिणपुरी या अपने पड़ोस के अन्य श्मशान घाटों पर ले जाने के विकल्प पर विचार करने को कहा है.