दिल्ली में दिवाली के दिन 5 सालों में सबसे कम प्रदूषण, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों को सराहा
ठंडी के मौसम के साथ राष्ट्रीय राजधानी पर छाया दमघोंटू धुआं कम नहीं हो रहा है. हालांकि दिवाली पर एक राहतभरी खबर जरुर आई.
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) पर ठंडी के मौसम से पहले छाया दमघोंटू धुआं कम नहीं हो रहा है. हालांकि दिवाली (Diwali) पर एक राहतभरी खबर जरुर आई. दरअसल इस दिवाली दिल्लीवासियों ने कम पटाखे फोड़ें, जिस वजह से पिछले पांच सालों में सबसे कम प्रदूषण (Pollution) हुआ. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कम पटाखे फोड़ने के लिए लोगों की सराहना की है.
केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि दिवाली पर राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण का स्तर पांच साल में सबसे कम रहा है. केजरीवाल ने कहा, "दिवाली पर प्रदूषण कम हुआ है और यह पिछले पांच सालों में सबसे कम है. लेकिन, हमारा लक्ष्य इसे खत्म करना है."
दिवाली के दौरान राज्य सरकार द्वारा आयोजित लेजर शो के बारे में उन्होंने कहा कि लोगों ने अच्छी प्रतिक्रिया दिखाई है और सरकार अगले साल और अधिक स्थानों पर इसे आयोजित करने की योजना बना रही है.
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सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (एसएएफएआर) के मुताबिक, सोमवार सुबह दिल्ली की हवा में पीएम-10 (पार्टिकुलेट मैटर) गंभीर श्रेणी में 476 अंकों पर था. एसएएफएआर ने भविष्यवाणी की थी कि सोमवार सुबह हवा की गुणवत्ता गंभीर स्तर को छू लेगी लेकिन पीएम 2.5 का चरम स्तर 2015 के बाद पिछले तीन वर्षों में सबसे कम होगा.
उल्लेखनीय है कि हवा की गुणवत्ता को लेकर छह एक्यूआई श्रेणियां हैं, जिनमें अच्छी-संतोषजनक, मध्यम प्रदूषित, खराब, बहुत खराब और गंभीर हैं. हालांकि दिल्ली की हवा की गुणवत्ता का स्तर साल 2018 की तुलना में अभी बेहतर है. अधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक इस बार दिवाली के बाद सोमवार सुबह में दिल्ली की हवा की गुणवत्ता इस मौसम में सबसे खराब दर्ज की गई है.