नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में एक 45 वर्षीय ब्रेन डेड व्यक्ति (Brain Dead Person) ने जाते-जाते दो लोगों को जिन्दगी दे गया. मृतक के परिवार ने उसकी किडनी और कार्नियां दान किया. व्यक्ति के मौत के बाद परिवार वालों की तरफ से दान करने के निर्णय के बाद इनमें से एक किडनी एचसीएमसीटी मणिपाल अस्पताल में 59 वर्षीय महिला को दी गई तथा दूसरी किडनी एक निजी अस्पताल में एक 51 वर्षीय पुरुष में प्रत्यारोपित की गई. वहीं, दोनों कॉर्निया को नेत्र बैंक में पहुंचा दिया गया है. नेशनल ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन (नोटो) ने द्वारा दोनों किडनी और कॉर्निया को आवंटित किया गया.
दरअसल दिल्ली के एचसीएमसीटी अस्पताल (HCMCT Hospital) के क्रिटिकल केयर में 22 अप्रैल को मरीज को बेहोशी की हालत में लाया गया था. एचसीएमसीटी अस्पताल के क्रिटिकल केयर के प्रमुख डॉ. श्रीकांत श्रीनिवासन (Dr. Shrikant Srinivasan) के अनुसार जांच करने पर पता चला कि उसे बड़े स्तर पर इंट्राक्रेनियल रक्तस्राव हुआ था. प्रयास के बाद भी मरीज की हालत बिगड़ती चली गई और शनिवार को उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया. जिसके बाद शख्स के परिजनों ने अंग दान की इच्छा जताई. यह भी पढ़े: दिल्ली: नन्ही बच्ची ने अंग दान देकर पांच लोगों को दिया नया जीवन, 5 लोगों की बचाई जान
अस्पताल के डॉ. (कर्नल) अवनीश सेठ के अनुसार जब परिवार ने अंग दान के लिए इच्छा जताई तो उनके सहमती के बाद दोनों किडनियों को निकालकर सफलतापूर्वक प्रत्यारोपित कर दिया गया. मृतक के परिवार वालों के इस फैसले के बाद परिवार ने गंभीर रूप से बीमार दो मरीजों की जिंदगी बचा ली और दो अन्य लोगों को दृश्य का उपहार दिया है. अस्पताल के निदेशक रमन भास्कर ने कहा कि अंग दान को लेकर धीरे-धीरे लोगों के जागरूकता बढ़ रही है. लोगों के जागरूकता के चलते से धीरे-धीरे अनेक मरीजों की जिंदगी बचाने की उम्मीद बढ़ी है.