नई दिल्ली, 13 जनवरी : दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिहाज से शाहदरा विधानसभा एक हाईप्रोफाइल सीट है. जहां मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच माना जा रहा है. वर्तमान में यहां से आप के रामनिवास गोयल विधायक हैं. उन्होंने दो बार इस सीट से जीत दर्ज की. वहीं, इस बार 'आप' ने इस सीट से जितेंद्र सिंह शंटी को टिकट थमाया है, जिन्होंने हाल ही में भाजपा से 'आप' का दामन थामा है.
दरअसल, रामनिवास गोयल ने अपनी बढ़ती उम्र का हवाला देते हुए इस बार चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया. उन्होंने इस संबंध में 'आप' संयोजक अरविंद केजरीवाल को पत्र भी लिखा था. वहीं, शाहदरा इलाके की बात करें, तो इसे मुगलकाल में बसाया गया था, जो मौजूदा समय में एक जिले का रूप ले चुका है. शाहदरा जिले में आवासीय क्षेत्र भी शामिल हैं और यह सेंट्रल दिल्ली के चांदनी चौक और उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के करीब है. जीटी रोड टोल के पास के क्षेत्र को शाहदरा बॉर्डर कहा जाता है. यह भी पढ़ें : Mahakumbh 2025: संगम पर स्पेनिश, जर्मन, रशियन और फ्रेंच में गूंजे ‘जय श्रीराम’ और ‘हर-हर गंगे’ के जयकारे
2025 के विधानसभा चुनाव में यहां मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच माना जा रहा है. वहीं, राजनीतिक प्रेक्षक इस बात को स्वीकार करते हैं कि कांग्रेस यहां तीसरे पक्ष के रूप में एक बड़ी भूमिका निभा सकती है. इस बार आम आदमी पार्टी ने यहां जीतेंद्र सिंह शंटी को चुनावी मैदान में उतारा है, जबकि भाजपा और कांग्रेस ने अभी तक इस सीट पर अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है.
उधर, 2020 के विधानसभा चुनाव की बात करें, तो यहां आम आदमी पार्टी के नेता राम निवास गोयल ने जीत का परचम लहराया था. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के नेता संजय गोयल को पराजित कर जीत दर्ज की थी. कांग्रेस के प्रत्याशी नरेंद्र नाथ तीसरे नंबर पर रहे थे. इस सीट पर कुल आठ प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे.
रामनिवास गोयल ने बीजेपी प्रत्याशी संजय गोयल को 5294 वोटों से हराया था. इससे पहले 2015 के चुनाव में गोयल ने 58 हजार 523 मतों से जीत दर्ज की थी. साल 2013 के चुनाव में शाहदरा सीट पर भाजपा के जीतेंद्र सिंह शंटी को जीत मिली थी.
गत विधानसभा चुनाव में यहां राम निवास गोयल को 62,103 वोट मिले थे, जबकि बीजेपी के संजय गोयल को 56,809 मत मिले थे. इस सीट पर पिछले चुनाव में कुल 189407 वोटर्स थे, जिसमें 66 फीसद से अधिक यानी 125383 ने वोट डाले थे. साल 1993 में राम निवास गोयल ने बीजेपी के टिकट से जीत हासिल की थी. इसके बाद 1998 में कांग्रेस ने बीजेपी से यह सीट झटक ली और नरेंद्र नाथ विधायक बने. नरेंद्र नाथ ने इस सीट पर अपना जलवा बरकरार रखा. उन्होंने 2003 और 2008 के चुनाव में भी जीत का परचम लहराया. लेकिन, 2013 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की एंट्री हो गई. इसकी वजह से यहां मुकाबला त्रिकोणीय हो गया. चुनाव में नरेंद्र नाथ को हार का मुंह देखना पड़ा.
उधर, अगर 2015 के विधानसभा चुनाव की बात करें, तो यहां से राम निवास गोयल आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे थे. उन्होंने इस चुनाव में भाजपा के शंटी को परास्त किया था. कांग्रेस के नरेंद्र नाथ तीसरे पायदान पर रहे. 2020 के विधानसभा चुनाव में भी गोयल ने जीत हासिल की थी. उन्होंने इस सीट पर कांग्रेस के नरेंद्र नाथ को पराजित किया था.
चुनाव आयोग के मुताबिक, शाहदरा विधानसभा सीट में पुरुष मतदाता 103325, महिला मतदाता 97072, थर्ड जेंडर 7 समेत कुल मतदाताओं की संख्या 200404 है. बता दें कि दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में पांच फरवरी को मतदान होंगे, जबकि नतीजों की घोषणा आठ फरवरी को होगी.