Delhi Air Pollution: AQI फिर बेहद खराब, दिल्लीवासियों को जल्द मिलेगी प्रदूषण से राहत; Videos में देखें आज कैसी है स्थिति
दिल्ली-एनसीआर में रविवार को भी प्रदूषण की धुंध छाई हुई है. दिल्ली के कई इलाकों में AQI गंभीर स्तर पर बना हुआ है. रविवार सुबह दिल्ली का ओवरऑल AQI 393 दर्ज किया गया.
दिल्ली-एनसीआर में रविवार को भी प्रदूषण की धुंध छाई हुई है. दिल्ली के कई इलाकों में AQI गंभीर स्तर पर बना हुआ है. रविवार सुबह दिल्ली का ओवरऑल AQI 393 दर्ज किया गया. रविवार सुबह 7:00 बजे दर्ज किए गए आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, एक्यूआई 433 था. आनंद विहार में 434 और अशोक विहार में 434 दर्ज किया गया. इसी तरह, बवाना में AQI 437 रहा, जबकि जहांगीरपुरी में AQI 450 दर्ज किया गया, जो सभी गंभीर श्रेणी में आते हैं. दिल्ली में ITO पर AQI 382 (बहुत खराब) दर्ज किया गया, जबकि IGI हवाई अड्डे पर AQI 360 (बहुत खराब) दर्ज किया गया. Air Pollution: क्या प्रदूषण के बीच मॉर्निंग वॉक पर जाना चाहिए? इन बातों का ध्यान रखना है बेहद जरूरी.
शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बेहद खराब’, 401 और 450 के बीच ‘गंभीर’ एवं 450 के ऊपर ‘अत्यंत गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है.
सिग्नेचर ब्रिज पर धुंध
आनंद विहार
कर्तव्य पथ
प्रदूषण से मिल सकती है राहत
वायु गुणवत्ता पर नजर रखने वाली एजेंसियों को उम्मीद है कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम संबंधी परिस्थितियों में रविवार से सुधार हो सकता है. हल्की बारिश हो सकती है. बारिश होने से प्रदूषण से राहत मिल सकती है. मौसम विभाग के अनुसार, आज यानी 26 नवंबर को साउथ-ईस्ट दिशा से हवाएं चलेंगी. इनकी गति 4 से 8 किलोमीटर प्रति घंटे तक रह सकती है. वहीं, 27 नवंबर को नॉर्थ ईस्ट दिशा से 4 से 8 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं.
दिल्ली में नवंबर में 10 दिन वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ रही है. पिछले साल नवंबर में दिल्ली में वायु गुणवत्ता तीन दिन गंभीर श्रेणी में रही थी, जबकि नवंबर 2021 में यह स्थिति 12 दिन रही थी.
दिल्ली सरकार और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), कानपुर की एक संयुक्त परियोजना के आंकड़ों के मुताबिक शुक्रवार को राजधानी के वायु प्रदूषण में जैवईंधन जलाने का योगदान 51 प्रतिशत रहा. आंकड़ों के अनुसार, राजधानी के वायु प्रदूषण में वाहनों से होने वाले उत्सर्जन का योगदान 31 प्रतिशत रहा. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने संबंधित एजेंसियों और विभागों को प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर सख्ती से अंकुश लगाने और जैवईंधन जलाने की बढ़ती घटनाओं को रोकने का निर्देश दिया है.