LAC पर तनाव बरकरार, एससीओ समिट में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की नहीं होगी चीनी समकक्ष वेई फेंघे के साथ बैठक
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Photo Credits: ANI/file)

नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख (Ladakh) में पैंगोंग झील (Pangong Tso) के पास चीनी सेना के दुस्साहस से एलएसी (वास्तविक नियंत्रण रेखा) पर तनाव बढ़ गया है. इस ताजा झड़प को हल करने के लिए भारतीय और चीनी सेना आज (2 सितंबर) ने चुशुल में ब्रिगेड कमांडर स्तर की वार्ता करने वाले है. इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) की शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की महत्वपूर्ण बैठक में चीनी समकक्ष के साथ मुलाकात नहीं होने की बात सामने आई है. यह बैठक रूस में होने वाली है.

न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के शेड्यूल में चीन के रक्षा मंत्री वेई फेंघे (Wei Fenghe) के साथ कोई बैठक नहीं है. राजनाथ सिंह आज शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक में शामिल होने के लिए मास्को रवाना हो रहे हैं. एससीओ समिट ऐसे समय हो रही है, जब इसके दो सदस्य देशों भारत और चीन के बीच सीमा विवाद गहरा गया है. हालांकि इस बैठक में क्षेत्रीय सुरक्षा परिदृश्य पर विचार-विमर्श किये जाने की उम्मीद है.

हालांकि एलएसी पर पैंगोंग त्सो के दक्षिणी तट पर चल रहे मुद्दों पर चर्चा के लिए आज सुबह 10 बजे चुशुल/मोलदो में भारत और चीन के बीच ब्रिगेड कमांडर स्तर की वार्ता होगी. चीन परमाणु हथियारों के भंडार को बढ़ाने की योजना बना रहा: पेंटागन

भारतीय सेना ने सोमवार को एक बयान में कहा “पूर्वी लद्दाख में जारी गतिरोध के बीच 29/30 अगस्त 2020 की मध्‍यरात्रि में पीएलए (पीपल्स लिबरेशन आर्मी) सैनिकों ने सैन्य एवं राजनयिक वार्ताओं के दौरान बनी पिछली आम सहमति का उल्लंघन किया और उकसाऊ सैन्‍य कदम उठाते हुए सीमा पर यथास्थिति बदलने की कोशिश की. हालांकि, सतर्क भारतीय सैनिकों ने पैंगोंग त्सो ( Pangong Tso) लेक के दक्षिणी छोर पर पीएलए सैनिकों की इस उकसाऊ कोशिश को पूरी तरह से नाकाम कर दिया.”

बयान में आगे कहा गया “हमारी सैन्‍य स्थिति को सुदृढ़ करने एवं सरहद पर यथास्थिति को एकतरफा ढंग से बदलने के चीनी मंसूबों को विफल करने के लिए ठोस कदम उठाए. भारतीय सेना संवाद के जरिए शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन इसके साथ ही अपनी क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए भी समान रूप से दृढ़प्रतिज्ञ है. इस मुद्दों को सुलझाने के लिए चुशुल में ब्रिगेड कमांडर स्तर की फ्लैग मीटिंग प्रगति पर है.” जबकि चीन ने आरोपों को खारिज कर दिया है.