Kerala Blast Update: केरल ब्लास्ट में मरने वालों की संख्या बढ़कर तीन हुई, कुछ की हालत अब भी गंभीर!

13 वर्षीय एक लड़की की चोटों के कारण मौत हो जाने के बाद, केरल के कलामासेरी में ईसाई सम्मेलन केंद्र में हुए दो विस्फोटों में मरने वालों की संख्या तीन हो गई है। सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी. रविवार को जिस हॉल में प्रार्थना चल रही थी

Kerala Blast (Photo : X)

कोच्चि, 30 अक्टूबर:  13 वर्षीय एक लड़की की चोटों के कारण मौत हो जाने के बाद, केरल के कलामासेरी में ईसाई सम्मेलन केंद्र में हुए दो विस्फोटों में मरने वालों की संख्या तीन हो गई है. सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी. रविवार को जिस हॉल में प्रार्थना चल रही थी, वहां हुए विस्फोटों में लड़की 90 प्रतिशत से अधिक जल गई थी. आधी रात के बाद उसने अंतिम सांस ली. सोमवार सुबह फोरेंसिक एक्सपर्ट समेत एनएसजी और एनआईए की टीमें मौके पर पहुंचीं.

अब सभी की निगाहें एनआईए पर हैं, क्या वे जांच करेंगे, क्योंकि कोच्चि के डोमिनिक मार्टिन द्वारा घटना की जिम्मेदारी का दावा करते हुए पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने के बाद केरल पुलिस ने इसे "बंद" मामला कहा था. मार्टिन ने पुलिस को बताया कि उसने अपराध किया "क्योंकि यहोवा का साक्षी गलत रास्ते पर था. केरल पुलिस ने उस महिला के रिश्तेदारों द्वारा शव की पहचान करने के बाद मामले को सुलझाने का दावा किया है, जिसकी विस्फोट के तुरंत बाद मौत हो गई थी. यह भी पढ़े: Kerala Blast: केरल ब्लास्ट को लेकर सीएम विजयन ने कल सुबह 10 बजे बुलाई सर्वदलीय बैठक, धमाके में एक महिला की मौत, 36 से ज्यादा लोग हुए हैं जख्मी

जब तक उसके रिश्तेदार नहीं आये, पुलिस को मृतक महिला पर "संदिग्ध" होने का संदेह था. थोडुपुझा की तिरपन वर्षीय कुमारी- कुमारी दूसरी महिला हैं, जिनकी मौत हो गई. विशेष रूप से, यहोवा के साक्षी ईसाइयों का एक समूह है जो खुद को प्रोटेस्टेंट नहीं मानते हैं. यहोवा साक्षी सम्मेलन एक वार्षिक सभा है जहाँ तीन दिनों तक बड़ी सभाएं होती हैं, जिन्हें क्षेत्रीय सम्मेलन कहा जाता है।

यह आयोजन पिछले शुक्रवार को शुरू हुआ था और रविवार को इसका समापन होना था। मार्टिन की गिरफ्तारी दिन में बाद में दर्ज की जाएगी. दोहरे बम विस्फोटों की जांच से पता चला कि विस्फोट को ट्रिगर करने के लिए टिफिन बॉक्स में छिपाए गए एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) का इस्तेमाल किया गया था.

बाद में मार्टिन ने पुलिस को बताया कि घटना से पहले वह फेसबुक पर लाइव आया था, जिसकी पुष्टि उसके मोबाइल फोन से हुई. पुलिस ने चलाकुडी में उस लॉज की पहचान कर ली है जहां मार्टिन रुका था.

लॉज अधिकारियों के अनुसार, आरोपी रविवार सुबह करीब 10.30 बजे लौटा और दस मिनट में यह कहकर कमरा खाली कर दिया कि उसका एक्सीडेंट हो गया है. कमरा लेने से पहले उसने अपना पहचान पत्र दिखाया था. मार्टिन एक महीने पहले दुबई से लौटने के बाद कोच्चि में किराए के मकान में रहता है, जहां वह छह साल से काम करता है. वह यहोवा के साक्षियों का सदस्य है।

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