COVID-19: दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में बची है सिर्फ 4 घंटे की ऑक्सीजन
दिल्ली के कई बड़े अस्पतालों में अगले कुछ ही घंटों में ऑक्सीजन समाप्त हो सकती है. ऐसा ही हालत जीटीवी अस्पताल की है. यहां महज 4 घंटे के लिए की ऑक्सीजन बची है.
नई दिल्ली, 21 अप्रैल : दिल्ली (Delhi) के कई बड़े अस्पतालों में अगले कुछ ही घंटों में ऑक्सीजन समाप्त हो सकती है. ऐसा ही हालत जीटीवी अस्पताल की है. यहां महज 4 घंटे के लिए की ऑक्सीजन बची है. जीटीबी अस्पताल में फिलहाल कोरोना के 500 रोगी ऑक्सीजन पर है. दिल्ली सरकार के मुताबिक उन्होंने केंद्र सरकार (Central Government) से तुरंत मदद की मांग की है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि जीटीबी अस्पताल में ऑक्सीजन की तीव्र कमी. ऑक्सीजन 4 घंटे से अधिक नहीं चल सकती है. यहां ऑक्सीजन बेड पर 500 से अधिक कोरोना रोगियों का उपचार चल रहा है. सत्येंद्र जैन ने कहा, "हम केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से इस बड़े संकट को टालने के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति बहाल करने की अपील करते हैं."
वहीं दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने ऑक्सीजन की कमी पर कहा, "दिल्ली में अधिकतर अस्पतालों में केवल अगले 8 से 12 घंटे के लिए ही ऑक्सीजन उपलब्ध है. हम एक ह़फ्ते से दिल्ली को ऑक्सीजन सप्लाई कोटा बढ़ाने की मांग कर रहे हैं, जोकि केंद्र सरकार को करना है. अगर बुधवार सुबह तक पर्याप्त मात्रा में अस्पतालों में ऑक्सीजन नहीं पहुंची तो हाहाकार मच जाएगा." दिल्ली में ऑक्सीजन का गंभीर संकट है. मंगलवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा, "दिल्ली में ऑक्सीजन का गंभीर संकट बना हुआ है. मैं केंद्र सरकार से फिर आग्रह करता हूं कि वह दिल्ली को तत्काल ऑक्सीजन उपलब्ध कराए. कुछ अस्पतालों में कुछ ही घंटे के लिए ऑक्सीजन बची है." यह भी पढ़ें : Maharashtra: रेल मंत्रालय ने बच्चे की जान बचाने वाले पॉइंट्समैन को 50 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की
मनीष सिसोदिया ने कहा कि ऑक्सीजन को लेकर सब अस्पतालों से एसओएस फोन आ रहे हैं. ऑक्सीजन सप्लाई करने वाले लोगों को अलग-अलग राज्यों में रोक दिया जा रहा है. ऑक्सीजन की सप्लाई को लेकर राज्यों के बीच आपाधापी न हो. इस पर केंद्र सरकार को बेहद संवेदनशील और सक्रिय रहना होगा. इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने अधिकारियों के साथ दिल्ली में अधिक से अधिक संख्या में ऑक्सीजन बेड बढ़ाने पर चर्चा की. उन्होंने अधिकारियों को दिल्ली में अधिक से अधिक ऑक्सीजन बेड बढ़ाने पर बल देने का निर्देश दिया. सीएम ने कहा कि देखा जा रहा है कि अस्तपाल में आने वाले अधिकतर मरीजों में ऑक्सीजन स्तर कम पाया जा रहा है. उनको जल्द से जल्द ऑक्सीजन दिया जा सके, जिससे कि उनके स्वास्थ्य में जल्द सुधार आ सके और बेहतर इलाज मिल सके. यह भी पढ़ें : छतीसगढ़ में पिछले 24 घंटे में COVID-19 के 15,625 नए केस, 181 लोगों की मौत
समीक्षा बैठक में दिल्ली में दूसरे राज्यों से आ रहे ऑक्सीजन के सिलेंडर पर विस्तृत चर्चा की गई. अधिकारियों ने सीएम को अवगत कराया कि दिल्ली में नोएडा और राजस्थान से ऑक्सीजन के सिलेंडर आते हैं. नोएडा और राजस्थान से ऑक्सीजन के सिलेंडरों को दिल्ली तक पहुंचने में कई तरह की बांधाओं का सामना करना पड़ता है और जब भी बांधाएं आती हैं, तब केंद्र सरकार से बात करनी पड़ती है. सीएम ने अधिकारियों को केंद्र सरकार से बात कर इन बाधाओं को शीघ्र दूर करने के निर्देश दिए. अधिकारियों ने बताया कि केंद्र सरकार से बातचीत जारी है और केंद्र से मांग की जा रही है कि नोएडा और राजस्थान से आने वाले ऑक्सीजन के सिलेंडरों बिना किसी बांधा के दिल्ली आने दिया जाए. इससे ऑक्सीजन के सिलेंडरों को दिल्ली में पहुंचने में कम समय लगेगा और लोगों को जल्द से जल्द राहत मिल सकेगी.