देशभर में कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर देखने को मिल रहा है. खतरनाक कोरोना वायरस से बचाव के लिए हर कोई प्रयास कर रहा है. इस बीच कांग्रेस नेता राजू पी नायर (Raju P Nair) मुंबई में इस्कॉन मंदिर परिसर के अंदर एक रेस्टोरेंट में कथित तौर पर "गौमूत्र" का छिड़काव करने को लेकर कई ट्वीट किए. उन्होंने ट्वीट की सीरीज में बताया कि गोविंदा रेस्टोरेंट में दोपहर के खाने से पहले उनके हाथों पर गौमूत्र छिड़का. उन्होंने रेस्टोरेंट के सुरक्षाकर्मियों पर गौमूत्र छिड़कने से पहले उनकी अनुमति नहीं लेने का आरोप लगाया. सोशल मीडिया पर राजू पी नायर ने महाराष्ट्र के महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को टैग करते हुए लिखा कि अनुमति के बिना ग्राहकों पर गोमूत्र छिड़कने के लिए गोविंदा रेस्टोरेंट के खिलाफ कार्रवाई की जाए.
नायर ने अपने ट्वीट में लिखा, आज मेरा दोस्त मुझे इस्कॉन मंदिर परिसर, अंधेरी के अंदर गोविंदा रेस्टोरेंट में ले गया, जहां मुझे सुरक्षा जांच से गुजरना पड़ा. इसके बाद उन्होंने मुझे अपने हाथों को दिखाने के लिए कहा और कुछ छिड़का, जिसमें अजीब गंध आ रही थी. जब मैंने सवाल किया कि तो उन्होंने बताया कि यह गौमूत्र है. " यह भी पढ़ें- Coronavirus: पुणे में सामने आया एक और मामला, मरीजों की संख्या बढ़कर 16 हुई.
राजू पी नायर का ट्वीट-
Today my friend took me to Govinda restaurant inside ISKCON Temple complex, Andheri where I had to go through a security check. After frisking they asked me to show my hands and sprayed something which smelled awkward. When I questioned they said it is gaumutra @OfficeofUT pic.twitter.com/Qdx44ungsS
— Raju P. Nair (@RajuPNair) March 15, 2020
नायर ने आगे लिखा, "वे किसी की अनुमति के बिना गौमूत्र कैसे स्प्रे कर सकते हैं? सवाल पूछने पर उन्होंने मुझे बताया कि लोग इसे पीते भी हैं. मैंने कहा मैं किसी और की परवाह नहीं करता कौन पीता है या कौन इसमें स्नान करता है. मेरा इरादा किसी के मूत्र से हाथ धोने का नहीं है." मैं मेरे साथ सेनेटाइजर रखता हूं.
कांग्रेस नेता ने आगे लिखा किसी की अनुमति के बिना ऐसा किया जाना सही नहीं है. यहां तक कि मैं मंदिर भी नहीं गया था मैं लंच के लिए रेस्टोरेंट में जा रहा था. यह मेरे विश्वास और मूल्यों के खिलाफ है. कांग्रेस नेता ने गौमूत्र छिड़के नाजे पर कड़ी आपत्ति जताई और सीएम उद्धव ठाकरे से रेस्टोरेंट के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.