भारत में 3 मई तक चरम पर पहुंचेगा कोरोना वायरस का प्रकोप, इसके बाद मिलेगी राहत?
देश में कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ता जा रहा है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 1,229 नए मामले सामने आए हैं और 34 मरीजों की मौत हो गई. जबकि देशभर में कोरोना के पुष्ट मामलों का आंकड़ा 21 हजार के पार पहुंच चुका है और 686 मौतें हुई है.
नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) का संक्रमण बढ़ता जा रहा है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि पिछले 24 घंटों में कोविड-19 (COVID-19) के 1,229 नए मामले सामने आए हैं और 34 मरीजों की मौत हो गई. जबकि देशभर में कोरोना के पुष्ट मामलों का आंकड़ा 21 हजार के पार पहुंच चुका है और 686 मौतें हुई है. हालांकि एक राहत देने वाला आंकड़ा ये भी है कि देशभर में कुल 4324 लोग इस संक्रमण की चपेट से पूरी तरह से बाहर आ गए है. वहीं इन सब के बीच राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन खत्म होने में अब दस दिन रह गए है. ऐसे में सभी के मन में एक ही सवाल है कि क्या भारत में इस महामारी का प्रकोप 3 मई तक अपने चरम पर पहुंच सकता है.
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव (Balram Bhargava) ने गुरुवार को कोविड-19 को लेकर एक अहम जानकारी दी. उन्होंने कहा यह बताना बहुत मुश्किल है कि देश में कोरोना वायरस 3 मई तक चरम पर पहुंचेगा या कब पहुंचेगा. लेकिन इतना तो है यह बहुत स्थिर रहेगा. देश में कोविड-19 की सकारात्मकता दर 4.5% बनी रही. इसलिए हम कह सकते हैं कि कोरोना के संक्रमण ग्राफ को समतल रखने में सफलता मिली है. हालांकि, महामरी के चरम पर पहुंचने की भविष्यवाणी करना मुश्किल है. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कोरोना वॉरियर्स को किया सम्मानित, दुर्व्यवहार करने वालों को दी चेतावनी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश के 12 जिलों में पिछले 28 दिनों से एक भी नया कोरोना का मरीज नहीं मिला है. जबकि देश में 78 ऐसे जिले हैं जहां पिछले 14 दिनों से संक्रमण का कोई केस नहीं आया है. वर्तमान में देश में कोरोना वायरस से निपटने के लिए 3,773 अस्पताल बनाए गए है. जबकि 1 लाख 94 हजार आइसोलेशन बेड की व्यवस्था की गई है. अस्पताल के डॉक्टरों को COVID-19 मरीजों की धमकी, बोले- हमें कोरोना हुआ तो हम आपको भी करेंगे संक्रमित, देखें वीडियो
देश में लागू बंद को गुरुवार को 30 दिन पूरे हो गए. आंकड़ों पर नजर डाले तो देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ने की रफ़्तार उसी जगह पर हैं जहां एक महीने पहले थी. एक महीने पहले कोरोना टेस्ट कराने वाले लोगों में से लगभग 4 से 4.5 प्रतिशत का रिपोर्ट पॉजिटिव आता था. जिसकी दर अभी भी वहीं है. इससे स्पष्ट है कि देश में वायरस के संक्रमण की प्रसार दर स्थिर बनी है. 23 मार्च को हमने पूरे देश में 14,915 टेस्ट किए थे. जो कि 22 अप्रैल तक 33 गुना बढ़कर 5 लाख के पार पहुंच गया.