कोरोनोवायरस (COVID-19) के प्रकोप को देखते हुए पत्नी से सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने की वजह से मध्य प्रदेश के भोपाल में एक व्यक्ति की शादी टूट गई. उस व्यक्ति को अपनी पत्नी को साबित करने के लिए मेडिकल परीक्षण से गुजरना पड़ा कि वह नपुंसक नहीं है. पत्नी को अपने पति के नपुंसक होने का शक था, क्योंकि उसने उससे शादी के दिन से शारीरिक दूरी बनाए रखना शुरू कर दिया था और अपने माता-पिता के साथ रहने के लिए घर छोड़ दिया था.
यह मामला तब सामने आया जब महिला ने 2 दिसंबर को लीगल सर्विसेस से मदद के लिए दरवाजा खटखटाया. उसने कहा कि उसके पति की नपुंसकता और ससुराल वालों द्वारा कथित उत्पीड़न के कारण उससे शारीरिक दूरी बनाए रखी थी. पत्नी ने News18 को बताया, "मेरे पास जीने के लिए पूरी जिंदगी पड़ी हुई है, इसलिए मैंने मेंटेनेस मांगने के लिए प्राधिकरण से संपर्क किया." यह भी पढ़ें: कोरोना संकट के बीच राजस्थान में दुल्हा-दूल्हन ने मास्क पहनकर लिए सात फेरे, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए एक-दूसरे को पहनाई वरमाला
हालांकि, जब काउंसलर जब महिला के पति के पास पहूंचे, तो उसने खुलासा किया कि वह सिर्फ कोरोनवायरस के कारण शारीरिक दूरी बनाए रखने की कोशिश कर रहा था. उन्होंने उन्हें यह भी बताया कि उनकी पत्नी के परिवार के कुछ सदस्यों के 29 जून को उनकी शादी के बाद कोरोनोवायरस टेस्ट पॉजिटिव पाया गया था. इसलिए उने शारीरिक दूरी मेंटेन की. इस मुद्दे को हल करने के लिए काउंसलर सदस्य ने उन्हें अपनी पत्नी को साबित करने के लिए मेडिकल परीक्षण कराने का सुझाव दिया कि वह नपुंसक नहीं हैं.
News18 ने बताया कि पति का पोटेंसी टेस्ट कराया गया, जिसके बाद उसने अपनी पत्नी को वापस आने के लिए राजी कर लिया. काउंसलर ने कहा कि कोविड -19 संक्रमण से आदमी बहुत चिंतित था. उन्होंने यह भी माना कि उनकी पत्नी COVID-19 पॉजिटिव थी, लेकिन मजबूत इम्यून सिस्टम के कारण कोरोना के लक्षण उनमें दिखाई नहीं दे रहे थे.