महाराष्ट्र में कोरोना का कहर: 24 घंटे के भीतर सबसे अधिक COVID-19 के 2940 केस, राज्य में मरीजों की संख्या हुई 44,582
कोरोना से जंग (Photo Credit-PTI)

महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. देश के अन्य राज्यों के मुकाबले में कोरोना के सबसे अधिक मरीज महाराष्ट्र में हैं. देशभर में जहां COVID-19 के मरीजों का आंकड़ा 1.18 लाख के पार है. वहीं पिछले 24 घंटे के भीतर महाराष्ट्र में 2,940 नए केस सामने आए. इस नए आंकड़ो के साथ महाराष्ट्र में अब कोरोना वायरस पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या बढ़कर 44,582 हो गई है. महाराष्ट्र में अब तक कोरोना वायरस के मामलों में एक दिन में सबसे बड़ी बढ़त देखने को मिली. वहीं अगर मुंबई के आंकड़ो पर नजर डालें तो अकेले मुंबई में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 27 हजार के पार है. मुंबई में शुक्रवार को कोरोना वायरस के 1,751 नए मामले सामने आए हैं और 27 मौतें हुई हैं.

वहीं मुंबई के धारावी में भी कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए. शुक्रवार को कोरोना वायरस के 53 नए मामले सामने आए हैं. जिसके बाद धारावी में कोरोना वायरस पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 1,478 हो गई है और कोरोना वायरस से होने वाली मौतों का आंकड़ा 57 है. कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच राज्य सरकार कई फैसले लेने का मन बना रही है. इसी कड़ी में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इंडियन ब्रॉडकास्टिंग फाउंडेशन के साथ एक बैठक की, बैठक में उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार सभी सावधानियों का पालन करते हुए टीवी प्रोडक्शन शुरू करने पर विचार कर रही है.

महाराष्ट्र में मरीजों का आंकड़ा:- 

मुंबई में मरीजों का आंकड़ा:- 

धारावी में मरीजों का आंकड़ा:-

महाराष्ट्र की सरकार फिल्म सिटी में शूटिंग होने की संभावना को भी देखेगी. वहीं दूसरी तरफ कंटेनमेंट ज़ोन को छोड़कर सीलबंद बोतल में शराब बेचने वाली शराब की दुकानों को ग्राहक के घर के पते पर शराब की डिलीवर करने की अनुमति दी जा सकती है. वहीं अब विपक्ष इसे मुद्दा बनाकर बीजेपी लगातार सरकार को घेरने में जुट गई है. बीजेपी ने कोरोना के बढ़ते मरीजों की संख्या के लिए ठाकरे सरकार को दोषी ठहराया है.

दूसरी तरफ मुंबई महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फड़नवीस और अन्य पार्टी नेताओं ने राज्य बीजेपी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया, जिसमें राज्य सरकार द्वारा असंगठित क्षेत्र के किसानों, मजदूरों और श्रमिकों के लिए 50,000 करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की गई.