बेंगलुरु: कोरोना महामारी से लोग ऐसे डरे हुए हैं कि लोग अपनों को ही घर में लेने से इंकार कर दे रहे हैं. कुछ इसी तरह का एक अजीबो-गरीब मामला कर्नाटक के बेंगलुरु से सामने आया है. यहां एक महिला लॉकडाउन से पहले चंडीगढ़ अपने मायके गई हुई थी. लॉकडाउन (Lockdown) के चलते वह वहीं पर रुक गई. जो अब करीब तीन महीने बाद अपने पति के घर बेंगलुरु लौंटी. लेकिन कोरोना के डर से पति ने पत्नी को घर में लेने से इंकार कर दिया. लोगों के काफी समझाने के बाद उसने पत्नी को घर में लिया.
महिला के अनुसार मार्च महीने में लॉकडाउ घोषित होने से पहले वह अपने दस साल के बेटे को लेकर मां से मिलने के लिए मायके गई हुई थी. इसी बीच देश में कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन लग गया. ऐसे में वह वहीं पर फंस जाने की वजह से पति के घर नहीं आ पाई और वहीं पर रुक गई. करीब तीन महीने बाद जब वह अपने पति के घर पहुंची तो पति कोरोना के डर से उसे घर में लेने से मना कर दिया. हालांकि पत्नी ने उससे कहा कि वह घर में खुद को 14 दिनों तक क्वारंटीन में रखेगी. लेकिन पति ने उसकी एक नहीं सुनी. इस बीच महिला अपने दस साल के बच्चे को लेकर घर के बाहर खड़ी रही. यह भी पढ़े: मथुरा में महिला चिकित्सक समेत तीन और लोग पाए गए कोरोना वायरस से संक्रमित
परेशान होकर महिला ने मदद के लिए स्थानीय पुलिस को इसकी सूचना दी. जिसके बाद पुलिस उसके घर पहुंचने से पहले ही वह घर में ताला बंद करके वहां से फरार हो गया. बाद में लोगों के बुलाने पर वह घर पर आया. जब लोगों ने उसे काफी समझाया. जिसके बाद वह पत्नी और बच्चे को घर में लिया.