कोरोना वायरस को लेकर लोगों में बढ़ रही है जागरूकता, महाराष्ट्र के सांगली में सैलून वालों ने पीपीई किट पहन कर शुरू किया काम
कोरोना वायरस से जंग में जहां डॉक्टर नर्स और आवश्यक सेवा में लगे सभी लोग संक्रमितों को बचाने में लगे हैं, वहीं अब आम लोग भी अपनी ज़िम्मेदारी बखूबी समझने लगे हैं. कई शहरों से इसकी तस्वीर भी सामने आ रही है. ताजा उदाहरण महाराष्ट्र के सांगली जिले में देखने को मिला है, जहां एक सैलून व्यवसायी ने डॉक्टर की तरह पीपीई किट (PPE kit) पहनकर अपना काम शुरू किया है.
कोरोना वायरस (Coronavirus) से जंग में जहां डॉक्टर नर्स और आवश्यक सेवा में लगे सभी लोग संक्रमितों को बचाने में लगे हैं, वहीं अब आम लोग भी अपनी ज़िम्मेदारी बखूबी समझने लगे हैं. कई शहरों से इसकी तस्वीर भी सामने आ रही है। ताजा उदाहरण महाराष्ट्र के सांगली (Sangli) जिले में देखने को मिला है, जहां एक सैलून व्यवसायी ने डॉक्टर की तरह पीपीई किट (PPE kit) पहनकर अपना काम शुरू किया है. दरअसल महाराष्ट्र का सांगली जिला कोरोना के चलते ऑरेंज जोन में है.
इसे देखते हुए स्थानीय प्रसाशन ने लॉकडाउन में कुछ शर्तों के साथ कुछ व्यवसायों को खोलने की अनुमति दी है. जिसके कारण कुछ दुकानें खुली हैं। जिले के विश्रामबाग परिसर में सैलून की दुकान चलाने वाले किरण जाधव ने भी अपनी सैलून की शॉप शुरू कर दी.चूंक जिले में कोरोना का संकट अभी भी मंडरा रहा है इसलिए सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर रखनी है. ऐसे में सैलून में आने वाले लोगों के बाल कैसे काटे जायें. यह भी पढ़े: कोरोना वायरस: टाटा ट्रस्ट की 150 करोड़ रुपये के पीपीई, मास्क, दस्ताने बांटने की तैयारी
इसके लिए किरण जाधव ने पीपीई किट का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया. जैसे डॉक्टर पीपीई किट पहन कर मरीजों का इलाज करते हैं, ठीक उसी तरह किट पहनकर किरण ने भी अपना काम शुरू कर दिया. किरण ने खुद को एक पीपीई किट के साथ सुरक्षित किया है और सैलून में आने वाले ग्राहकों को भी वे हाथ सैनिटाइज करके ही अंदर प्रवेश करने देते हैं. किरण की ये अनोखी पहल लोगों में उत्सुकता का विषय बन गई है और अब यहां आने वाले लोग भी अपनी सुरक्षा को लेकर निश्चिंत हैं. सैलून व्यवसायी किरण जाधव ने बताया कि कोरोना के चलते पीपीई किट का इस्तेमाल कर रहे हैं. इसमें हैण्डग्लबस भी पहने होते हैं. इससे वो भी सुरक्षित रहते हैं और क्लाइंट भी.