देहरादून, 6 नवंबर : उत्तराखंड पुलिस के 'स्पेशल ऑपरेशन' शुरू होने से पहले ही बवाल मच गया. 'ऑपरेशन' के नाम पर विवाद हुआ था. जिसके बाद डीजीपी अशोक कुमार ने इसका नाम बदल दिया. उत्तराखंड के तराई भाबर में अपराधों पर काबू पाने को डीआईजी कुमाऊं नीलेश आनंद भरणे का ऐलान विवादों में आ गया. अपराधों पर नियंत्रण को उन्होंने शुक्रवार सुबह ऑपरेशन 'ठोको स्क्वॉयड' का ऐलान किया. डीजीपी अशोक कुमार के स्क्वॉयड के नाम पर आपत्ति जताने के बाद दोपहर को इसका नाम 'स्पेशल स्क्वॉयड' और बाद में 'एंटी न्यूसेंस स्क्वॉयड कर दिया गया.
हल्द्वानी में शुक्रवार को पुलिस ब्रीफिंग में डीआईजी कुमाऊं रेंज डॉ. नीलेश आनंद भरणे ने अपराध पर लगाम कसने के लिए स्पेशल ऑपरेशन चलाने का ऐलान किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि ऑपरेशन के लिए 100 पुलिसकर्मी बुलाए गए हैं. उन्होंने बताया कि यह ठोको स्क्वॉयड महाराष्ट्र की तर्ज पर काम करेगा. जैसे ही यह बात डीजीपी तक पहुंची, उन्होंने नाम पर आपत्ति जताते हुए इसे बदलने को कहा. इसके बाद अभियान का नाम बदल कर 'स्पेशल स्क्वॉयड' कर दिया गया. यह भी पढ़ें : भाजपा के ‘डबल इंजन’ के धोखे से गुजरात के लोगों को बचाएंगे: राहुल गांधी
अंतत: ऑपरेशन को 'एंटी न्यूसेंस स्क्वॉयड' नाम दिया गया. इस संबंध में डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि स्पेशल स्क्वॉयड का नाम ठोको रखना उचित नहीं था. इस नाम से अच्छा संदेश नहीं जाता. इसके चलते नाम को बदलने के निर्देश दे दिए गए.