Aligarh Temple Wall Incident: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में पुलिस ने एक सनसनीखेज खुलासा किया है. पुलिस ने बताया कि लोधा क्षेत्र के भगवानपुर और बुलाकीगढ़ गांवों में कुछ लोगों ने सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश की. यहां अराजक तत्वों ने मंदिर की दीवारों पर 'I Love Mohammed' (गलत स्पेलिंग में 'Mamud' और 'Muhmad') के नारे लिख दिए. इस मामले में चार हिंदू युवकों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने मुसलमानों को फंसाने और माहौल बिगाड़ने के लिए यह घिनौनी साजिश रची थी.
इस घटना की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुईं, जिससे स्थानीय लोगों में गुस्सा भड़क उठा. शुरुआत में शक मुसलमानों पर गया, लेकिन जांच के बाद सच्चाई सामने आ गई.
अलीगढ़ में Communal तनाव फैलाने की साजिश
According to Aligarh police, Zishant Kumar, the suspect who wrote "I love Mohammad" got the spelling of "Mohammad" wrong at all places. He was made to write the spelling again during interrogation and wrote the same wrong spelling he had scribbled on the wall. https://t.co/EqIKVv82Q5 pic.twitter.com/aDxI7W11IE
— Piyush Rai (@Benarasiyaa) October 30, 2025
संपत्ति विवाद से उपजी सोची-समझी साजिश
एसएसपी नीरज कुमार जादौन ने कहा कि इस कृत्य का उद्देश्य धार्मिक भावनाएं भड़काना नहीं था, बल्कि संपत्ति विवाद से उपजी एक सोची-समझी साजिश थी. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल के जरिए आरोपियों की पहचान की. गिरफ्तार किए गए युवकों में जिशांत कुमार, आकाश कुमार, दिलीप कुमार और अभिषेक सारस्वत शामिल हैं, जिनकी उम्र 30 से 35 वर्ष के बीच है. एक अन्य आरोपी अभी भी फरार है.
पुलिस ने बताया कि उनका इरादा आस-पास के मुस्लिम समुदाय को फंसाकर इलाके में दंगे का माहौल पैदा करना था. हालांकि, जांच में पूरी साजिश का पर्दाफाश हो गया और झूठे मामले वापस ले लिए गए.
आरोपियों के खिलाफ शांति भंग करने का मामला दर्ज
आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत धार्मिक द्वेष फैलाने, पूजा स्थल को अपवित्र करने और शांति भंग करने का मामला दर्ज किया गया है.
अलीगढ़ पुलिस ने जनता से अफवाहों या अपुष्ट खबरों पर विश्वास न करने की अपील की है. सोशल मीडिया पर फैलाई गई गलत सूचना समाज में नफरत फैलाती है, इसलिए सच्चाई की पुष्टि करना बेहद जरूरी है.













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