पटना: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) रविवार को यहां गांधी मैदान (Gandhi (Maidan) में एक रैली को संबोधित करेंगे. करीब तीन दशक में गांधी मैदान में पार्टी की यह पहली सार्वजनिक सभा होगी. कांग्रेस यह सुनिश्चित करने के लिए जी-तोड़ कोशिश में जुटी है कि रैली बहुत सफल हो. बिहार के पार्टी मामलों के प्रभारी शक्तिसिंह गोहिल ने शनिवार को बताया कि गठबंधन के साझेदारों जैसे तेजस्वी यादव, उपेंद्र कुशवाहा और जीतनराम मांझी को इस कार्यक्रम के लिए निमंत्रण भेजा गया है.
बता दें कि बिहार के महागठबंधन का हिस्सा है. इस महागठबंधन में राजद, रालोसपा, एचएएम भी हैं. मांझी ने इस कार्यक्रम में आने की पुष्टि की है. वहीं दूसरे अन्य नेताओं के बारे में कहा जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी की तरफ जिन नेताओं को रैली में शामिल होने को लेकर न्योता भेजा गया है. वे सभी नेता रैली में शामिल होंगे. कांग्रेस पार्टी के इस रैली के बारे में कहा जा रहा है कि राहुल गांधी अपने भाषण के दौरान आगामी लोसभा चुनाव को लेकर मोदी सरकार पर जम कर हमला कर सकते है. यह भी पढ़े: राहुल गांधी का PM मोदी पर हमला, कहा- किसानों को एक दिन का 17 रुपये देकर किया अपमान, चुनाव में सरकार पर जनता करेगी सर्जिकल स्ट्राइक
शामिल हो रहे है ये तीन मुख्यमंत्री
राहुल की इस रैली में कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक दी है. रैली में तीन राज्यों के मुख्यमंत्री भी शिरकत कर रहे हैं। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तथा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी रैली में राहुल के साथ मौजूद रहेंगे.
यातायात को लेकर खास इंतजाम
इस बीच रैली को लेकर प्रशासन ने एहतियाती उपाय किए हैं. रविवार की सुबह छह बजे से रैली के समाप्त होने तक पटना के डाक बंगला चौराहा से गांधी मैदान तक सामान्य वाहनों का आवागमन बंद कर दिया गया है. रामगुलाम चौक से जेपी गोलंबर तक भी वाहन परिचालन पर रोक लगी हुई है. पटना में वेटनरी कॉलेज से जीरो माइल तक बनाए गए 17 पार्किंग स्थलों पर 3300 से अधिक वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था की गई है.