कांग्रेस पार्टी का मोदी पर पलटवार, कहा प्रधानमंत्री को अब कोई गंभीरता से नहीं लेता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कांग्रेस पर उच्चतम न्यायालय को ‘झूठा’ करार देने का आरोप लगाने के बाद, विपक्षी पार्टी ने रविवार को पलटवार करते हुए कहा कि मोदी को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए और उन्हें उच्चतम न्यायालय से ‘झूठ’ बोलने के लिए गंगा में डुबकी लगाकर प्रायश्चित करना चाहिए।कांग्रेस ने कहा कि प्रधानमंत्री को अब कोई गंभीरता से नहीं ले रहा है
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कांग्रेस पर उच्चतम न्यायालय को ‘झूठा’ करार देने का आरोप लगाने के बाद, विपक्षी पार्टी ने रविवार को पलटवार करते हुए कहा कि मोदी को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए और उन्हें उच्चतम न्यायालय से ‘झूठ’ बोलने के लिए गंगा में डुबकी लगाकर प्रायश्चित करना चाहिए।कांग्रेस ने कहा कि प्रधानमंत्री को अब कोई गंभीरता से नहीं ले रहा है और यह रायबरेली की उनकी यात्रा के दौरान स्पष्ट हो गया. रायबरेली से संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी लोकसभा सदस्य हैं जहां मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस उच्चतम न्यायालय को ‘झूठा’ दिखाने की कोशिश कर रही है.
इससे पहले शीर्ष अदालत ने शुक्रवार को फ्रांस के साथ राफेल लड़ाकू विमानों के सौदे को चुनौती देने वाली याचिकाओं को खारिज कर दिया था कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा कि कोई भी टिप्पणी को तब गंभीरता से लिया जाता है जब टिप्पणी करने वाला शख्स सच बोलता है। उन्होंने कहा, ‘‘ हमारे प्रधानमंत्री ने, पीएम कार्यालय में अपने कामकाज की शुरुआत झूठ बोलकर, दुर्भावना के साथ काम करके तथा कांग्रेस नेताओं की आलोचना करके की।’’शर्मा ने कहा, ‘‘ प्रधानमंत्री द्वारा इस तरह के दिए गए बयानों में दो करोड़ नौकरियां देना तथा हर नागरिक के बैंक खातों में 15 लाख रुपये जमा कराना शामिल हैं। जिस व्यक्ति के डीएनए में सच नहीं है और सच के साथ पुरानी रंजिश हो, वह कभी भी सच नहीं बोल सकता है.’’ यह भी पढ़े: राफेल सौदा: राहुल गांधी का जवाबी हमला, कहा- JPC से मोदी सरकार का झूठ होगा बेनकाब
मोदी के बयान और राफेल सौदे पर उच्चतम न्यायालय के फैसले के बारे में लोगों को बताने के लिए पूरे देश में भाजपा की पत्रकार वार्ताओं के सवाल के जवाब में शर्मा ने कहा, ‘‘ उन्हें 700 संवाददाता सम्मेलन करने दें, कोई फर्क नहीं पड़ता. उनका रूख उजागर हो गया है और झूठ के लिए निंदा हुई है जो अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय तौर पर उजागर हुआ है। उन्हें पत्रकार वार्ता नहीं करनी चाहिए, बल्कि प्रायश्चित करना चाहिए। प्रधानमंत्री (इलाहाबाद) गए हैं और उनकी कैबिनेट को भी शामिल होना चाहिए.’’कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘ शायद गंगा अब भी साफ नहीं है. फिर भी कम से कम उन्हें वहां जाना चाहिए और डुबकी लगानी चाहिए। शायद उन्हें एहसास हो जाए कि उन्हें उच्चतम न्यायालय से झूठ नहीं बोलना चाहिए था.’’यह भी पढ़े: राफेल सौदा: कांग्रेस का नया दांव, मोदी सरकार से पूछा- 36 ही क्यों, 126 विमान क्यों नहीं खरीदे
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने दावा किया कि रायबरेली में मोदी को सुनने के लिए लोग नहीं आए थे. उन्होंने कहा, ‘‘ वह अपना भाषण शुरू करने से पहले लोगों से पूछते हैं. क्या उन्होंने नोटबंदी करने से पहले या जीएसटी लागू करने से पहले उनसे पूछा था या इजाजत ली थी?’’तिवारी ने कहा, ‘‘ जिस तरह से उत्तर प्रदेश में स्थानों के नाम बदले जा रहे हैं, प्रधानमंत्री का नाम बदलकर ‘मिस्टर गुमराह’ कर देना चाहिए.’’