नई दिल्ली: भारतीय सीमा (Border) में चीनी सैनिकों के घुसपैठ को लेकर सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) द्वारा स्पष्टीकरण देने के बाद भी बुधवार को कांग्रेस ने यह मुद्दा संसद में उठाया. कांग्रेस ने भारत-चीन सीमा पर तनाव को लेकर लोकसभा (Lok Sabha) में स्थगन प्रस्ताव दिया. कुछ दिनों पहले ही जनरल रावत ने कहा था कि चीन से सटी सीमा पर सबकुछ सामान्य है और कोई घुसपैठ नहीं हुई है.
मिली जानकारी के मुताबिक पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के जवान एसयूवी पर सवार होकर छह जुलाई को भारतीय सीमा के काफी अंदर तक आ गए और तिब्बती शरणार्थियों द्वारा झंडा फहराए जाने का विरोध किया. दरअसल तिब्बती शरणार्थी दलाई लामा का 84वां जन्मदिन मना रहे थे.
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Congress party has given Adjournment Motion Notice in Lok Sabha over "tension at Indo-China border." pic.twitter.com/nHNnv6L5KQ
— ANI (@ANI) July 16, 2019
पीटीआई ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि भारतीय सेना के जवान भी घटनास्थल पर मौजूद थे और चीनी सैनिकों को और आगे नहीं बढ़ने दिया. भारतीय अधिकारियों ने जब उन्हें आश्वासन दिया कि वे शरणार्थियों के कृत्यों की जांच करेंगे, तो कुछ घंटों के बाद चीनी सैनिक अपनी सीमा में चले गए.
Army Chief General Bipin Rawat on 'Chinese troop movements in Demchok': We have already given an official statement on this. Aapko kyu nahi bharosa hota hai jab koi statement di ja rahi hai? Aap uss par bhi defence forces par shak karte hain toh isspe hume badhi sharam aati hai. https://t.co/BBRb11VLPy
— ANI (@ANI) July 13, 2019
गौरतलब हो कि सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने शनिवार को लद्दाख के डेमचोक इलाके में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर किसी भी घुसपैठ की बात को खारिज किया. दोनों देशों ने एक फ्लैग मीटिंग में यह मामला सुलझा लिया है. उन्होंने कहा कि इस मिथक को दूर करने की आवश्यकता है कि चीनी द्वारा कोई घुसपैठ की गई है, क्योंकि यह हमारी सुरक्षा के लिए हानिकारक है.