नए साल पर कानपुर को मेट्रो का तोहफा मिलने की संभावना है. दरअसल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) बुधवार को कानपुर में अपने मेट्रो ट्रेन के ट्रायल रन का शुभारंभ करेंगे. इस संबंध में मुख्यमंत्री बुधवार को कानपुर जनपद के दौरे पर भी आ रहे हैं. यहां पर वह तीन घंट रहेंगे और उनका मिनट-टू-मिनट कार्यक्रम जारी हो गया है. यह भी पढ़ें: ओडीओपी की तरह 'मिशन शक्ति' बनेगा यूपी का ब्रांड : CM Yogi Adityanath
मिनट-टू-मिनट कार्यक्रम की जानकारी
कानपुर आगमन पर सबसे पहले अपने ड्रीम प्रोजेक्ट मेट्रो ट्रायल रन का शुभारंभ करेंगे. साथ ही संभावना है कि वह आईआईटी तक का सफर मेट्रो ट्रेन में बैठकर करेंगे. इसके बाद उनका काफिला नगर निगम में बने इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर पहुंचेगा.
मुख्यमंत्री नगर निगम इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर का निरीक्षण करके केडीए सभागार में शहर की स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर अफसरों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे. यहां से वह सड़क मार्ग से जीका प्रभावित क्षेत्र चकेरी पहुंचेंगे.
जीका प्रभावित क्षेत्र का भी करेंगे दौरा
मुख्यमंत्री के आने से पहले ही अधिकारियों ने मंगलवार को सुबह से चकेरी में डेरा जमा लिया है. मुख्यमंत्री के जीका प्रभावित क्षेत्र में जाने की भी खबर है. इसकी तैयारी नजर आ रही है. कानुपर के चकेरी इलाके में सुबह से ही नगर-निगम की टीम साफ-सफाई कर रही है. यहां पर मुख्यमंत्री स्थानीय लोगों से मुलाकात करके उनसे बात भी करेंगे.
फिलहाल, जीका प्रभावित इलाके के तीन किलोमीटर के दायरे में टीम जाकर लिस्टिंग कर रही है. अगर कोई विदेश से या अन्य जिलों से कानपुर आया है तो उनकी सैम्पलिंग कराई जा रही है. लार्वा रोकने के लिए नगर निगम साफ सफाई और फॉगिंग का काम कर रही है. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री खुद ही इस क्षेत्र का दौरा करेंगे.
कानपुर में मेट्रो के क्या फायदे ?
34 किमी मेट्रो रूट से बदलेगी 100 मोहल्लों की तस्वीर
कानपुर शहर में करीब 34 किलोमीटर मेट्रो रूट पर पड़ने वाले 100 से ज्यादा मोहल्लों की तस्वीर भी बदलेगी. मीडिया रिपोर्टों की मानें तो मेट्रो कॉरीडोर से करीब पांच सौ मीटर क्षेत्र तक फ्लोर एरिया रेशियो (एफएआर) बढ़ाने की तैयारी की जा रही है. इससे तेजी से क्षेत्र में विकास होगा. केवल इतना ही नहीं, रोजगार के साथ राजस्व आय में भी इजाफा होगा.
IIT से मोतीझील का सफर 16 मिनट का
मेट्रो ट्रेन आईआईटी से मोतीझील तक का सफर लगभग 16 मिनट में पूरा करेगी. हर स्टेशन पर ट्रेन का स्टॉपेज 45 सेकंड का होगा. दिव्यांगों के चढ़ने-उतरने के लिए ट्रेन ज्यादा देर तक रोकी जा सकती है. एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन में पहुंचने में औसतन एक मिनट लगेगा. मीडिया रिपोर्टों की मानें तो 31 दिसंबर तक कानपुर में मेट्रो का ट्रायल रन होगा.
ट्रैफिक जाम से मिलेगी निजात
कानपुर में मेट्रो ट्रेन के चलने से ट्रैफिक जाम जैसी समस्या से बड़ी निजात मिलेगी. लोग सयम पर अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे. कानपुर में यातायात व्यवस्था को मजबूती मिलेगी. वर्तमान में कानपुर में लोगों को शहर के एक छोर से दूसरे छोर पर जाने में काफी समय लग जाता है. ऐसे में मेट्रो के आ जाने से इस समस्या का भी हल मिल जाएगा.
बढ़ेगा रोजगार
कानपुर में मेट्रो से न केवल यातायात सुगम होगा बल्कि रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा. यानि अब शहर के युवाओं को दूसरे शहरों का रुख करने की बजाय अपने ही शहर में रोजगार प्राप्त होगा. इनमें से बहुत सारे लोगों को मेट्रो में काम करने का मौका तो प्राप्त होगा ही साथ ही साथ मेट्रो स्टेशन से कनेक्टेड बस सेवा, ई रिक्शा, ऑटो, टैक्सी चालकों को भी इसका लाभ मिलेगा.