दिल्ली: केजरीवाल सरकार का बड़ा ऐलान, 200 यूनिट तक बिजली बिल पूरी तरह माफ
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, 'बिजली कंपनियों की आर्थिक हालत खराब थी, ब्लैक आउट का नौबत आ गया था. लेकिन हमारी सरकार में दिल्ली में बिजली सस्ती हुई. हमने बिजली के हालात बदले और बिजली महंगी नहीं होने दी. केजरीवाल ने कहा कि हमारी सरकार के कारण अब बिजली कटौती नहीं होती है.
विधानसभा चुनाव से पहले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने जनता को बड़ा तोहफा दिया है. इस फैसले से महंगी बिजली से परेशान लोगों को बड़ी राहत मिलेगी. 200 यूनिट तक बिजली खर्च करने वालों को कोई बिल देने की जरूरत नहीं है. सीएम केजरीवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 201 से 400 यूनिट तक बिजली के इस्तेमाल पर 50% सब्सिडी दी जाएगी. इस छूट से सब्सिडी पर लगभग 1800 करोड़ का खर्च आएगा. उन्होंने कहा कि 2013 से पहले 200 यूनिट के लिए 900 रुपया देना पड़ता था. लेकिन नहीं देना होगा.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, 'बिजली कंपनियों की आर्थिक हालत खराब थी, ब्लैक आउट का नौबत आ गया था. लेकिन हमारी सरकार में दिल्ली में बिजली सस्ती हुई. हमने बिजली के हालात बदले और बिजली महंगी नहीं होने दी. केजरीवाल ने कहा कि हमारी सरकार के कारण अब बिजली कटौती नहीं होती है.
एक दिन पहले ही देश की राजधानी के बिजली नियामक दिल्ली विद्युत विनियामक आयोग (डीईआरसी) ने बुधवार को 2019-20 के लिए नयी बिजली दरें घोषित कीं हैं, नई दरों के मुताबिक दो किलोवाट के मीटर का किराया 125 रुपये से घटाकर 20 रुपये, दो किलोवाट से पांच किलोवाट का 140 रुपये से 50 रुपये और पांच किलोवाट से 15 किलोवाट के मीटर का किराया 175 रुपये से कम करके 100 रुपये कर दिया गया है.
बता दें कि पिछली बार बिजली दरों में संशोधन के समय मीटर के तय किरायों में बढ़ोत्तरी की गयी थी. लोकसभा चुनाव के दौरान विपक्षी दल बीजेपी और कांग्रेस इसे लेकर आम आदमी पार्टी पर हमलावर थे और इसे वापस लेने की मांग कर रहे थे. दिल्ली में दो किलोवाट के मीटर वाले 37 लाख घरेलू उपभोक्ता और दो से पांच किलोवाट के मीटर वाले सात लाख घरेलू उपभोक्ता हैं. जबकि कुल बिजली उपभोक्ताओं की संख्या 60 लाख है.