नई दिल्ली: चीनी सेना (Chinese Army) ने अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के एक किशोर का भारतीय क्षेत्र से अपहरण कर लिया है, जहां चीन ने 2018 में 3-4 किलोमीटर सड़क का निर्माण किया था. किशोर के दोस्त भागने में सफल रहे. उन्होंने घटना की सूचना अधिकारियों को दी और मामला अरुणाचल प्रदेश के एक सांसद तापिर गाओ (Tapir Gao) के ध्यान में लाया. आतंकी हमले के पीड़ित 36 चीनी नागरिकों को मुआवजा देगा पाकिस्तान : रिपोर्ट
घटना अपर सियांग जिले की बताई गई है. तापिर गाओ ने ट्वीट किया : "चीनी पीएलए ने मंगलवार को जि़दो गांव के 17 वर्षीय श्री मिराम तारोन को भारतीय क्षेत्र के लुंगटा जोर क्षेत्र (चीन ने 2018 में भारत के अंदर 3-4 किलोमीटर सड़क बनाया) से सियुंगला क्षेत्र (बिशिंग गांव) में अपहरण कर लिया है. यह इलाका अरुणाचल प्रदेश के अपर सियांग जिले में है. उसके दोस्त पीएलए की गिरफ्त से भाग निकले और अधिकारियों को सूचना दी. केंद्र सरकार की सभी एजेंसियों से अनुरोध है कि वे उसकी जल्द रिहाई के लिए कदम उठाएं."
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Chinese #PLA has abducted Sh Miram Taron, 17 years of Zido vill. yesterday 18th Jan 2022 from inside Indian territory, Lungta Jor area (China built 3-4 kms road inside India in 2018) under Siyungla area (Bishing village) of Upper Siang dist, Arunachal Pradesh. pic.twitter.com/ecKzGfgjB7
— Tapir Gao (@TapirGao) January 19, 2022
सांसद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू, उपमुख्यमंत्री चाउना मीन और भारतीय सेना से अपहृत भारतीय लड़के की जल्द रिहाई सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है.
हाल ही में, चीन के नागरिक मामलों के मंत्रालय ने अरुणाचल प्रदेश में 15 स्थानों के नाम बदल दिए थे, जिसे भारतीय विदेश मंत्रालय ने खारिज कर दिया था और कहा गया था कि बीजिंग का ऐसा कदम इस तथ्य को नहीं बदल सकता कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है.