कर्नाटक के 12 जिलों में बच्चों के वायरल फ्लू के मामले बढ़े

कर्नाटक का स्वास्थ्य विभाग बेंगलुरु सहित 12 जिलों के घटनाक्रम पर करीब से नजर रख रहा है, क्योंकि कोविड की तीसरी लहर के बच्चों पर पड़ने की आशंका के बीच बड़ी संख्या में बच्चे वायरल फ्लू से प्रभावित हुए हैं. राज्य में स्कूल खुलने के बाद राहत की सांस लेने वाले अभिभावकों को अब विकास की चिंता सता रही है.

प्रतीकात्मक तस्वीर (photo credit-Twitter)

बेंगलुरू, 17 सितम्बर: कर्नाटक (Karnataka) का स्वास्थ्य विभाग बेंगलुरु सहित 12 जिलों के घटनाक्रम पर करीब से नजर रख रहा है, क्योंकि कोविड की तीसरी लहर के बच्चों पर पड़ने की आशंका के बीच बड़ी संख्या में बच्चे वायरल फ्लू से प्रभावित हुए हैं. राज्य में स्कूल खुलने के बाद राहत की सांस लेने वाले अभिभावकों को अब विकास की चिंता सता रही है. प्रदेश में पिछले 15 दिनों से सर्दी, खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ के लक्षण दिखने वाले बच्चों को अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है. हालांकि जानकारों का कहना है कि यह बारिश के मौसम में मिलने वाला सामान्य वायरल फ्लू है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों का कहना है कि विकास पर उंगलियां उठ रही हैं. यह भी पढ़े: राजस्थान, गुजरात में शनिवार से बढ़ेंगी बारिश की गतिविधियां

सबसे ज्यादा मामले बेल्लारी, यदगीर, चिक्कबल्लापुर और चित्रदुर्ग जिलों से सामने आए हैं. इसके साथ ही रायचूर, बीदर, रामनगर, बेलगावी, विजयपुरा, कलबुर्गी और बागलकोट जिलों के अस्पतालों में अधिक बच्चों को भर्ती कराया जा रहा है. इन जिलों में निजी क्लीनिकों और बाल चिकित्सा अस्पतालों के लिए परामर्श भी बढ़ रहे हैं. केसी में सभी बेड फुल हैं. सामान्य अस्पताल, बेंगलुरु के प्रमुख सरकारी अस्पतालों में से एक खांसी, जुकाम, बुखार, सांस लेने में तकलीफ से प्रभावित बच्चों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है. निमोनिया और डेंगू के कुछ मामलों का भी इलाज किया जा रहा है. के.सी. में बाल रोग विभाग के प्रमुख डॉ लक्ष्मीपति बताते हैं, सांस लेने में समस्या का सामना करने वाले सभी बच्चों का आरटी-पीसीआरपरीक्षण किया जा रहा है और कोई भी कोविड पॉजिटिव मामला नहीं आया है. स्कूल जाने वाले बच्चों के बजाय 1 और 3 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों में लक्षण पाए गए हैं. बेल्लारी में जिला स्वास्थ्य अस्पताल का वार्ड भरा हुआ है और ग्रामीण क्षेत्रों के लोग अपने बच्चों के साथ परिसर में रह रहे हैं और अस्पतालों में प्रवेश करने की तलाश कर रहे हैं. बेल्लारी जिला अस्पताल में बच्चों के लिए 30 समर्पित बेड हैं.

जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ जनार्दन ने बताया कि अस्पताल के अधिकारियों ने बच्चों के इलाज के लिए और 23 बेडों की व्यवस्था की है. जिला अस्पतालों के साथ-साथ तालुक के अस्पतालों में भी वायरल संक्रमण के लिए बच्चों के दाखिले में भीड़ देखी जा रही है. सभी जिला अस्पताल में रोजाना 150 से 200 बच्चों का वायरल फ्लू का इलाज किया जा रहा है और 50 से 60 बच्चों को भर्ती किया जा रहा है. स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर के पैतृक जिले चिक्कबल्लापुर के जिला अस्पताल में सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षण वाले करीब 50 बच्चे भर्ती हैं. बीदर, कोलार, बेलगावी, बागलकोट जिलों के जिलों में इन्फ्लूएंजा के मामले बढ़ रहे हैं. इस बीच, राज्य सरकार ने शुक्रवार को राज्य में बड़े पैमाने पर कोविड -19 टीकाकरण अभियान चलाया है. मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने घोषणा की है कि राज्य ने एक दिन में पूरे राज्य के लिए 30 लाख टीकाकरण लक्ष्य निर्धारित किया है। वह कलबुर्गी से अभियान की शुरूआत करेंगे. बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) के मुख्य आयुक्त गौरव गुप्ता ने कहा कि उन्होंने अकेले बेंगलुरु में 5 लाख टीकाकरण का लक्ष्य रखा है.

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