देश के नए चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के पास ना है कार, न घर... जानिए क्या है वजह
चीफ जस्टिस रंजन गोगोई (Photo Credit-ANI)

देश के सर्वोच्च न्यायलय के जज के रहन-सहन के बारे में अगर सोचा जाए तो निश्चित रूप से एक हाई प्रोफाइल छवि हमारे दिमाग में आएगी. आलिशान बड़ा घर, चमचमाती महंगी गाडियां, हर काम के लिए नौकर-चाकर. सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकीलों के बारे में ही लोगों की अवधारणा है कि वे मोटी कमाई करते हैं तो वहां के मुख्य जज के बारे में तो क्या ही कहा जाए. इसी कड़ी में अटर्नी जनरल के. के. वेणुगोपाल ने सोमवार को पूर्व चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के विदाई समारोह में कहा कि जजों की सैलरी तिगुनी होनी चाहिए.

अब इस संदर्भ में देश के 46वें चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की बात करते हैं. आपको जानकर आश्चर्य होगा कि सीजेआई गोगोई के पास सोने का एक भी आभूषण नहीं है, न ही उन्होंने अपनी पत्नी को कोई सोने का आभूषण दिया है. उनकी पत्नी के पास भी जो कुछ भी जूलरी हैं, वो शादी के वक्त उनके माता-पिता, रिश्तेदारों और दोस्तों की तरफ से भेंट में मिली हुई हैं.

साथ ही चीफ जस्टिस गोगोई के पास अपना कोई निजी वाहन भी नहीं है. हालांकि इसका कारण यह हो सकता है कि करीब दो दशक पहले जब वह जज बने तब से ही उन्हें आधिकारिक रूप से सरकारी गाड़ी मुहैया कराई गई है, जिसके कारण उन्हें कभी निजी वाहन की जरुरत न महसूस हुई हो. इन्वेस्टमेंट के बात करें तो स्‍टॉक मार्केट में उनका कोई निवेश नहीं है, साथ ही उन पर कोई लोन या ओवरड्रॉफ्ट भी नहीं है. यह भी पढ़ें- रंजन गोगोई बने देश के नए चीफ जस्टिस, राष्ट्रपति कोविंद ने दिलाई शपथ

इस संबंध में अगर पूर्व सीजेआई मिश्रा की बात करें तो उनके पास सोने की 2 अंगुठियां हैं, जिन्हें वे अक्सर पहनते हैं. इसके अलावा उनके पास एक गोल्ड चेन है. उनकी पत्नी के पास जस्टिस गोगोई की पत्नी के मुकाबले थोड़ी सी ज्यादा जूलरी है. जस्टिस मिश्रा के पास भी अपनी कोई व्यक्तिगत गाड़ी नहीं है. पूर्व सीजेआई मिश्रा ने दिल्ली में एक फ्लैट खरीदने के लिए 22.5 लाख रुपये का लोन लिया है, जिसकी किस्तें वे चुका रहे हैं. इसके अलावा उनके पास कटक में एक अन्य घर भी है, जिसे उनके हाई कोर्ट का जज बनने से एक दशक पहले बनाया गया था. बता दें कि 2012 में जस्टिस मिश्रा और जस्टिस गोगोई दोनों ने अपनी संपत्तियां सार्वजनिक की थी.

सीजेआई गोगोई और पत्नी का कुल बैंक बैलेंस है इतना

जस्टिस गोगोई और उनकी पत्‍नी की एलआईसी पॉलिसी को मिलाकर उनके पास तकरीबन 30 लाख का बैंक बैलेंस है. इस साल जुलाई में उन्होंने घोषणा की थी कि 1999 में गुवाहाटी हाई कोर्ट का जज बनने से पहले उन्‍होंने वहां पर एक प्‍लॉट खरीदा था.

जिसे उन्होंने इस साल जून में 65 लाख रुपये में बेच दिया था. अपने घोषणा पत्र में उन्होंने खरीदार के नाम का भी जिक्र किया. इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि उनकी मां ने जून 2015 में गुवाहाटी के नजदीक जैपोरिगोग गांव में एक प्लॉट उनके और उनकी पत्नी के नाम ट्रांसफर किया था.