India-Canada Relations: कनाडा के बदले सुर, भारत के साथ रिश्ते सुधारने में जुटी ट्रूडो की मंत्री
भारत और कनाडा के खराब हो चुके संबध सुधर सकते हैं. कनाडा में सिख अलगाववादी की हत्या को लेकर दोनों देशों में राजनयिक विवाद के बीच अब कनाडा के सुर बदलने लगे हैं.
नई दिल्ली: भारत और कनाडा के खराब हो चुके संबध सुधर सकते हैं. कनाडा में सिख अलगाववादी की हत्या को लेकर दोनों देशों में राजनयिक विवाद के बीच अब कनाडा के सुर बदलने लगे हैं. दोनों देशों के संबंध पिछले कुछ समय से लगातार तनावपूर्ण रहे हैं लेकिन अब लग रहा है कि कनाडा इन रिश्तों में सुधार चाहता है. कनाडा की मंत्री मैरी एनजी (Marry NG) ने दिए भारत के साथ रिश्ते सुधारने के संकेत दिए हैं. उन्होंने कहा, "अगले कुछ दिनों में WTO जाऊंगी, वहां अपने समकक्ष (पीयूष गोयल) से मुलाकात करूंगी." Read Also: कनाडा में नौकरी का झांसा देकर तमिलनाडु के व्यक्ति ने 20 लोगों को ठगा, गिरफ्तार.
कनाडा की अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मंत्री मैरी एनजी ने कहा कि, भारत और कनाडा के बीच अर्ली हार्वेस्ट व्यापार समझौते पर बातचीत रुकने के छह महीने बाद, इसे फिर से शुरू करने की कोई समयसीमा नहीं है, लेकिन इस सप्ताह विश्व व्यापार संगठन (WTO) की मंत्रिस्तरीय बैठक में उच्च स्तरीय संपर्क फिर से स्थापित हो सकता है.
एनजी ने कहा, "मुझे यह देखकर खुशी हो रही है कि कनाडाई उद्यमों और भारत के बीच गतिविधि जारी है और हम जांच के उत्साहजनक संकेत देख रहे हैं, जो निश्चित रूप से स्वतंत्र रूप से हो रही है." व्यापार संबंधों को मजबूत करने के लिए इस महीने सस्केचेवान प्रीमियर स्कॉट मो के भारत दौरे के साथ कुछ हलचल पहले ही शुरू हो चुकी है, इससे पहले ओंटारियो के आर्थिक विकास, नौकरी सृजन और व्यापार मंत्री विक्टर फेडेली भी आए थे. कनाडा के पूर्व प्रधानमंत्री स्टीफन हार्पर भी भारत में मो के साथ शामिल हुए.
एनजी ने आगे कहा कि, “मैं (भारत के साथ) व्यापार करने वाले कनाडाई लोगों के साथ बहुत स्पष्ट हूं कि वे हमारे समर्थन पर भरोसा कर सकते हैं और यह जारी है.”
ट्रूडो के आरोपों से बिगड़े रिश्ते
ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में 18 जून को निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की "संभावित" संलिप्तता को लेकर 18 सितंबर को कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) के आरोपों के बाद भारत और कनाडा के बीच संबंधों में तनाव आ गया था. भारत ने 2020 में निज्जर को आतंकवादी घोषित किया था. भारत ने कनाडा सरकार के आरोपों को "बेतुका और प्रेरित" बताते हुए खारिज कर दिया था.