टोरंटो, 12 मई: कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में एक सिख मंदिर के 58 वर्षीय एक कर्मचारी को 15 वर्षीय एक लड़की का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) ने कहा कि वे घटना की जांच कर रहे हैं. यह घटना इस महीने की शुरुआत में न्यूटन में गुरुद्वारा दुख निवारण में हुई थी.
संदिग्ध को घटना के एक दिन बाद गिरफ्तार किया गया. हालांकि बाद में उसे इस शर्त पर रिहा किया गया कि वह पीड़िता के साथ कोई संपर्क नहीं रखेगा और वह किसी ऐसी जगह पर बिना किसी व्यक्ति के साथ नहीं जाएगा, जहां 16 साल से कम उम्र की लड़की मौजूद हो.
पुलिस ने कहा कि अभी तक मंदिर के कर्मचारी पर कोई आरोप नहीं लगाया गया है और संदिग्ध के एम्प्लॉयर को आरोपों के बारे में सूचित कर दिया गया है.
कॉर्पोरल सर्बजीत संघा ने एक समाचार विज्ञप्ति में कहा, हमारी स्पेशल विक्टिम्स यूनिट जांच कर रही है. हम किसी से भी सूचना के साथ आगे आने का आग्रह करते हैं. जांचकर्ता सबूत इकट्ठा करने और जांच को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं.
कनाडा की आपराधिक संहिता के तहत, यौन उत्पीड़न के आरोपों के लिए अधिकतम सजा 14 साल है.
यह घटना मई के महीने में भारतीय मूल के पुरुषों द्वारा नाबालिगों पर यौन उत्पीड़न के दो और मामलों के बाद हुई है.
एक 40 वर्षीय सिख पुजारी और शिक्षक भूपिंदर सिंह सोनू पर इस महीने ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में बच्चों से जुड़े छह यौन अपराधों का आरोप लगाया गया था. सोनू से पहले, एक 62 वर्षीय इंडो-कैनेडियन होम्योपैथिक डॉक्टर सुनील आनंद पर ब्रैम्पटन में एक युवा महिला मरीज के साथ यौन उत्पीड़न का आरोप लगा था.