Coaching Center Investigation: यूपी-बिहार में कोचिंग सेंटरों के खिलाफ चलेगा अभियान, दिल्ली हादसे के बाद अलर्ट हुआ प्रशासन
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर की घटना के मद्देनजर यूपी-बिहार प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है. पटना जिला मजिस्ट्रेट ने जिले भर के सभी कोचिंग सेंटरों की जांच के लिए एक कमेटी बनाई है. इसी तरह यूपी की योगी सरकार ने भी प्रदेश के कोचिंग सेंटर और बिल्डिंग में बेसमेंट निर्माण के लिए गाइडलाइन जारी किया है.
Coaching Center Investigation: दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर की घटना के मद्देनजर यूपी-बिहार प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है. पटना जिला मजिस्ट्रेट ने जिले भर के सभी कोचिंग सेंटरों की जांच के लिए एक कमेटी बनाई है. प्रशासन के इस आदेश से कोचिंग संचालकों के बीच हड़कंप मच गया है. डीएम चंद्रशेखर ने बताया कि टीम में संबंधित नगर परिषद या नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी, प्रखंड या अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी, थाना प्रभारी, अग्निशमन पदाधिकारी, अंचलाधिकारी को शामिल किया गया है. टीम मंगलवार से जांच कार्य शुरू करेगी और दो हफ्ते के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपगी. जांच के बाद नियमों का पालन नहीं करने वाले कोचिंग संस्थानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
इसी तरह यूपी की योगी सरकार ने भी प्रदेश के कोचिंग सेंटर और बिल्डिंग में बेसमेंट निर्माण के लिए गाइडलाइन जारी किया है. प्रदेश के आवास एवं शहरी नियोजन के अपर मुख्य सचिव नितिन गोकर्ण ने संबंधित अधिकारियों को आदेश दिया है कि बेसमेंट में अवैध गतिविधियों को रोका जाए. बारिश में किसी भी बेसमेंट में खुदाई नहीं होनी चाहिए.
पटना के सभी कोचिंग सेंटरों की जांच के लिए बनाई गई कमेटी
योगी सरकार ने बेसमेंट को लेकर जारी किए सख्त आदेश
दरअसल, बीते शनिवार को दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में राव आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में अचानक बारिश का पानी भर जाने से 3 छात्रों की मौत हो गई थी. हादसे से पहले छात्र लाइब्रेरी में बैठकर पढ़ाई कर रहे थे. इस दुर्घटना के बाद से ही छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी है. छात्रों की मांग है कि लापरवाही के को लेकर कोचिंग सेंटर के मालिक के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. वहीं इस हादसे को लेकर राष्ट्रीय प्रवासी मंच ने दिल्ली हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दाखिल की है. हादसे को लेकर मंच के वकील एपी सिंह की मांग है कि ओल्ड राजेंद्र नगर में हुआ हादसा कोई प्राकृतिक आपदा नहीं है, यह सिर्फ लापरवाही के कारण हुआ. ऐसे में दिल्ली सरकार और रॉव स्टडी सेंटर के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.