Akola Bus Depot: जिस गांव की सड़कें है खराब, वहां अब नहीं जाएगी बसेस, अकोला के बस डेपो ने ग्रामपंचायतों को दिया पत्र

अकोला, महाराष्ट्र:  महाराष्ट्र में ग्रामीण भागों में एसटी की बसों का ही लोगों को सबसे बड़ा सहारा होता है. लेकिन अब एसटी डेपो ने ऐसा निर्णय लिया है. जिसका सीधा असर अब ग्रामीणों के साथ साथ सैकड़ो विद्यार्थियों पर होनेवाला है. अकोला के एसटी डेपो ने अब ये निर्णय लिया है की जिस गांव में सड़कें खराब है, वहां पर अब बसेस नहीं जाएगी. इसको लेकर महामंडल ने अकोला के धामना और बोरगांव वैराळे की ग्रामपंचायत को बस की फेरियां रद्द करने को लेकर जानकारी दी गई है.

जानकारी के मुताबिक अकोला के धामना के हातरून ये 10 किलोमीटर की सड़क पूरी तरह से खराब हो चुकी है और जगह जगह पर गड्डे है. जिसके कारण एसटी बस का एक साल में ही काफी नुकसान हो रहा है. इसके साथ ही ऐसी सड़कों से जाने पर एक्सीडेंट की संभावना को भी नकारा नहीं जा सकता. जिसके कारण अकोला डेपो ने ये फैसला किया है.ये भी पढ़े:ST Bus Employees Strike: एसटी कर्मचारियों की आज से हड़ताल शुरू, सुबह से कई शहरों में बस स्टैंड पर खड़ी है बसेस, यात्री परेशान

ग्रामपंचायतों को लिखा पत्र

अकोला के धामना और बोरगांव वैराळे गांव की सड़कें काफी खराब हो गई है. जिसके कारण गांव की बस सेवा बंद हो सकती है.  इसको लेकर दोनों ग्रामपंचायत को एसटी डेपो ने जानकारी दी. इन्हें बताया गया है की गांव की सड़के ठीक करियें, नहीं तो बस की फेरियां रद्द की जाएगी. पत्र के द्वारा ग्रामपंचायतों को सूचित किया गया है.

सबसे ज्यादा विद्यार्थियों का होगा नुकसान

अभी अकोला से धामना सड़क पर दिन में तीन बार फेरियां चलती है. इस रूट का सफर करीब आधे घंटे का है. लेकिन सड़कों पर गड्डे  होने की वजह से  सफर में घंटा लग जाता है. साथ ही एसटी चालकों का कहना है कि खराब सड़क के कारण एसटी को काफी नुकसान हो रहा है और गाड़ी चलाने में भी तकलीफ होती है. गांव में बस बंद करने के कारण सबसे ज्यादा नुकसान विद्यार्थियों को होगा.