राज्यसभा में BJP की ताकत हुई कम, 86 पर सिमटी पार्टी, जानें क्या होगा असर
राज्यसभा में सत्ताधारी बीजेपी की ताकत अब कम हो गई है. 13 जुलाई को चार मनोनीत सदस्यों का कार्यकाल पूरा होने के बाद राज्यसभा में बीजेपी की ताकत घट गई है. राज्यसभा में अब बीजेपी के सदस्यों की संख्या अब 86 रह गई.
नई दिल्ली: राज्यसभा में सत्ताधारी बीजेपी की ताकत अब कम हो गई है. 13 जुलाई को चार मनोनीत सदस्यों का कार्यकाल पूरा होने के बाद राज्यसभा में बीजेपी की ताकत घट गई है. राज्यसभा में अब बीजेपी के सदस्यों की संख्या अब 86 रह गई. चार राज्यसभा सदस्य राकेश सिन्हा, राम शकल, सोनल मानसिंह और महेश जेठमलानी हैं. इन चारों को बीजेपी की सलाह पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुटनिरपेक्ष सदस्य के रूप में चुना था और बाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के साथ औपचारिक रूप से गठबंधन किया था.
इन चारों के रिटायरमेंट के साथ ही उच्च सदन में बीजेपी की ताकत घटकर 86 रह गई है. वहीं बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के सदस्यों की संख्या 101 रह गई.
राज्यसभा में वर्तमान में 225 सदस्य हैं. राज्यसभा में बहुमत का आंकड़ा 113 है. कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया ब्लॉक में 87 सदस्य हैं. इनमें से कांग्रेस के 26, तृणमूल कांग्रेस के 13 और आम आदमी पार्टी तथा डीएमके के 10-10 सदस्य उच्च सदन में हैं.
बिल पास कराने की जद्दोजहत
राज्यसभा में 86 सदस्यों के साथ, सरकार बिल पारित करने के लिए अपने पूर्व सहयोगी एआईएडीएमके और जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस पार्टी सहित गैर-एनडीए दलों पर निर्भर है. एआईएडीएमके के पास चार सांसद हैं, जबकि वाईएसआरसीपी के पास 11 सदस्य हैं. दोनों पार्टियों ने अतीत में सत्तारूढ़ पार्टी का समर्थन किया है.