Bihar: तेजस्वी यादव का 'आभार कार्यक्रम' आज से, कार्यकर्ताओं से होंगे रूबरू
बिहार में विपक्ष के नेता और प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव मंगलवार से कार्यकर्ता आभार कार्यक्रम की शुरुआत करने वाले हैं. समस्तीपुर से शुरू होने वाले कार्यक्रम के लिए सोमवार देर रात ही तेजस्वी यादव समस्तीपुर पहुंच गए हैं.
पटना, 10 सितंबर : बिहार में विपक्ष के नेता और प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव मंगलवार से कार्यकर्ता आभार कार्यक्रम की शुरुआत करने वाले हैं. समस्तीपुर से शुरू होने वाले कार्यक्रम के लिए सोमवार देर रात ही तेजस्वी यादव समस्तीपुर पहुंच गए हैं. पूरे प्रदेश में तेजस्वी की होने वाली इस यात्रा कार्यक्रम के दौरान माना जा रहा है कि वे सीधे कार्यकर्ताओं से रूबरू होंगे और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर मंथन करेंगे. कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम का पहला चरण 10 सितंबर से 17 सितंबर तक चलेगा.
इस दौरान तेजस्वी यादव समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी और मुजफ्फरपुर में पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ संवाद करेंगे. समस्तीपुर के टाउन हॉल में मंगलवार को कार्यक्रम है. राजद के नेताओं की मानें तो यह अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारी का आगाज है, जिसमें तेजस्वी यादव कार्यकर्ताओं में उत्साह भरेंगे. यह भी पढ़ें : UP: सीएम योगी आज नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण कार्य का लेंगे जायजा
उन्होंने कहा कि महागठबंधन सरकार के रहने के दौरान अपने 17 महीने के कार्यकाल में किए गए कामों की जानकारी भी इस दौरान वे कार्यकर्ताओं को देंगे, ताकि कार्यकर्ता राजद के कामों की उपलब्धियां जनता तक पहुंचा सकें.
इस यात्रा के दौरान वे बिहार की गिरती कानून व्यवस्था को भी उठाएंगे तथा सरकार को घेरने की कोशिश करेंगे. तेजस्वी पिछले काफी दिनों से सरकार को कानून व्यवस्था की गिरती स्थिति को लेकर घेरते रहे हैं. इस दौरान केंद्र और राज्य सरकार की नाकामियों सहित जातीय जनगणना और बिहार में बढ़े आरक्षण की सीमा को नौवीं अनुसूची में डालने जैसे मुद्दे को भी हवा देंगे.
हालांकि, भाजपा और जदयू, तेजस्वी यादव की इस यात्रा से किसी भी प्रकार के राजनीतिक लाभ मिलने की संभावना को नकारते रहे हैं, लेकिन राजद के नेताओं को इस यात्रा से काफी राजनीतिक लाभ की आशा है. भाजपा के नेता कहते हैं कि इस यात्रा से पहले तेजस्वी यादव को राजद के शासनकाल में किए गए गलतियों और जंगलराज के लिए माफी मांगनी चाहिए, तभी उन्हें बिहार की जनता स्वीकार करेगी.