बिहार में खाकी का शर्मनाक चेहरा! पुलिसवाले ने ई-रिक्शा चालक से पहले जाति पूछी, फिर जबरन थूक चटवाया

बिहार के शेखपुरा ज़िले से एक बेहद शर्मनाक घटना सामने आई है. यहाँ एक पुलिस अधिकारी ने एक ई-रिक्शा चालक की पहले तो बुरी तरह पिटाई की, फिर उसकी जाति पूछकर उसे अपना थूक चाटने पर मजबूर किया. यह घटना मंगलवार को हुई, जब प्रद्युमन कुमार नाम का ई-रिक्शा चालक मेहूस गाँव में अपने यात्रियों को छोड़कर लौट रहा था.

प्रद्युमन कुमार ने बताया कि जब वह एक चौराहे पर था, तो मेहूस थाने के इंचार्ज प्रवीण चंद्र दिवाकर ने उसे रोका और गालियाँ देना शुरू कर दिया. प्रद्युमन के अनुसार, दिवाकर बाइक पर थे और आम कपड़ों में थे, इसलिए वह उन्हें पहचान नहीं पाए कि वह एक पुलिसकर्मी हैं. थोड़ी बहस के बाद, दिवाकर ने एक पुलिस गाड़ी बुलाई और ड्राइवर को गिरफ्तार करवा दिया.

पुलिस वाहन में बिठाने से पहले, दिवाकर ने प्रद्युमन कुमार को सड़क पर ही लाठी से 50 से 60 बार बेरहमी से पीटा, जिससे ड्राइवर बुरी तरह घायल हो गया. पुलिसकर्मी ने ड्राइवर पर शराब पीने का आरोप लगाने की भी कोशिश की, लेकिन जब उसे कोई गंध नहीं आई, तो दिवाकर ने ड्राइवर को और मारा और थाने ले गया. प्रद्युमन कुमार ने बताया कि थाने पहुँचने पर दिवाकर ने उसे और गालियाँ दीं और पीटा.

इसके बाद, दिवाकर ने ड्राइवर से उसकी जाति पूछी. कुमार ने बताया कि वह ब्राह्मण हैं. इस पर, पुलिसकर्मी ने जवाब दिया, "मुझे ब्राह्मण जाति के लोगों को देखना भी पसंद नहीं है", और फिर ज़मीन पर थूका और ड्राइवर को उसे चाटने पर मजबूर किया. मेहूस थाने के इंचार्ज प्रवीण चंद्र दिवाकर ने खुद पर लगे इन आरोपों को खारिज कर दिया.