बिहार में 'बाल हृदय योजना' शुरू, हृदय में छेद के साथ जन्मे 21 बच्चे इलाज के लिए अहमदाबाद भेजे गए
सीएम नीतीश कुमार (Photo Credits ANI)

पटना, 2 अप्रैल: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को सात निश्चय पार्ट 2 में शामिल सब के लिए अतिरिक्त स्वास्थ्य सुविधा के तहत हृदय में छेद के साथ जन्मे बच्चों के नि:शुल्क उपचार की व्यवस्था को लेकर बनाई गई 'बाल हृदय योजना' की शुरूआत की. मुख्यमंत्री ऐसे 21 बच्चों को हवाई जहाज के द्वारा इलाज के लिए अहमदाबाद रवाना किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बाल हृदय योजना के तहत ऐसे बच्चों के लिए इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान, पटना और इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान को चिन्हित किया गया है, जहां जांच की व्यवस्था की गई है और उसके बाद इलाज किया जाएगा. उन्होंने कहा, "अहमदाबाद में जिस निजी अस्पताल में उन बच्चों का निशुल्क इलाज कराया जाना है, वहां के डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी यहां आकर इन बच्चों की जांच कर चुके हैं. उस संस्थान के साथ बच्चों के निशुल्क इलाज के लिए समझौता किया गया है."

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के कई राज्य उस अस्पताल के साथ समझौता कर बाल हृदय रोगियों की निशुल्क चिकित्सा कराते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार अपनी तरफ से हृदय रोग से ग्रस्त बच्चों के इलाज की पूरी व्यवस्था करेगी. अहमदाबाद स्थित संस्था में बाल हृदय रोगियों का निशुल्क इलाज किया जाता है. राज्य सरकार बच्चों एवं उनके अभिभावकों के वहां आने-जाने के खर्च सहित उनकी सारी व्यवस्था करेगी. प्रशांति मेडिकल सर्विसेज एंड रिसर्च फाउंडेशन के अहमदाबाद स्थित अस्पताल में इन बच्चों का इलाज होगा.

यह भी पढ़ें- Bihar: तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर लगाए गंभीर आरोप, कहा- बिहार में शराब माफियाओं को सीएम का आशीर्वाद प्राप्त है

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि ये सभी बच्चे इलाज के लिए बाहर जा रहे हैं, जब यह लौटकर आएंगे तो मीडिया कर्मियों से भी इनकी बात कराई जाएगी. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि बिहार में भी ऐसे बच्चों के इलाज की व्यवस्था के लिए पूरे इंतजाम किए जा रहे हैं और आने वाले समय में ऐसे बच्चों का बिहार में ही इलाज संभव हो सकेगा. मुख्यमंत्री ने इन बच्चों और उनके अभिभावकों से मुलाकात भी की. इस मौके पर मुख्यमंत्री के साथ बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय सहित कई अन्य मंत्री भी मौजूद रहे.