पटना. बिहार (Bihar) के दर्जनभर से ज्यादा जिलों में बाढ़ का कहर जारी है. इस बीच खबर है कि बाढ़ के कारण समस्तीपुर-दरभंगा रेल मार्ग (Samastipur-Darbhanga Route) पर ट्रेनों की आवाजाही को रोक दिया गया है. रेलवे (Railway) के मुताबिक, समस्तीपुर रेलमंडल के हायाघाट स्टेशन के पास पुल नंबर 16 पर बाढ़ का पानी आ गया है. इस वजह से आधा दर्जन ट्रेनों को कैंसिल कर दिया गया, जबकि कई ट्रेनों के रूट में बदलाव किया गया है. बाढ़ से बिहार (Bihar) के 13 जिलों में स्थिति गंभीर है. इन जिलों के 105 प्रखंडों के 1240 पंचायत बाढ़ की चपेट में हैं. आपदा प्रबंधन विभाग के आंकड़ों के अनुसार अब तक 127 लोगों की मौत हो चुकी है. सबसे अधिक 37 लोगों ने की मौत सीतामढ़ी में हुई है. जबकि मधुबनी में 30 लोगों ने अपनी जान गंवाई है.
बिहार (Bihar) का उत्तरी हिस्सा पिछले करीब एक पखवाड़े से बाढ़ से बेहाल है. कई सड़कें पानी से लबालब भरी हैं तो खेत जलमग्न हो गए हैं. घरों के भीतर पानी बह रहा है तो बाजार और गलियां बंद हैं. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोग या तो ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं या फिर अपने घरों में 'कैद' होकर रह गए हैं. यह भी पढ़े-बिहार में बाढ़ का कहर, दरभंगा में सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल अगले आदेश तक बंद
Rajesh Kumar,Chief Public Relation Officer,East Central Railway:Train services temporarily suspended between Samastipur-Darbhanga due to rising water levels.Assistant Engineer is at site and other senior officers of Samastipur Division have been rushed to site now. #Bihar
— ANI (@ANI) July 28, 2019
बिहार (Bihar) के आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि बिहार (Bihar) के 13 जिले शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, दरभंगा, सहरसा, सुपौल, किशनगंज, अररिया, पूर्णिया, कटिहार और पश्चिम चंपारण में अब तक बाढ़ से 127 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 82 लाख 83 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं.
बता दें कि नेपाल (Nepal) की पहाडियों से निकली बकरा नदी ने अररिया के सिकटी प्रखंड में तबाही मचा रखी है. कौआकोह पंचायत का पररिया गांव अब झील में तब्दील हो गया है. लोग ऊंचे स्थलों पर पलायन करने को मजबू हैं. यह भी पढ़े-Bihar Floods: बिहार में बाढ़ का कहर जारी, अब तक 106 लोगों की मौत, 80 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित
ज्ञात हो कि एनडीआरएफ (NDR) और एसडीआरएफ (SDRF) की 26 कंपनियां बाढ़ पीड़ितों के राहत और बचाव में जुटी हुई हैं.